दो दिन आरोप प्रत्यारोप के बाद दुर्ग निगम का बजट स्वीकृति, बजट से ज्यादा दुकान आवंटन पर रहा फोकस

दुर्ग (छत्तीसगढ़)। नगर निगम दुर्ग की सामान्य सभा में मौजूदा वित्तीय वर्ष का बजट स्वीकृत कर लिया गया। बैठक दो दिन तक चलने के बाद भी बजट पर न तो कोई ठोस सुझाव आया और न ही नया प्रस्ताव लाया गया। लिहाजा महापौर धीरज बाकलीवाल ने जैसा सदन में रखा था बजट बिना संशोधन के वैसा ही स्वीकृत कर लिया गया। शुक्रवार को बैठक के दूसरे दिन बजट से ज्यादा दुकानों के आवंटन में पार्षदों की रूचि दिखी। इसमें गया नगर में दुर्गा पंडाल के रूप में उपयोग किए जा रहे दुकान को छोड़कर शेष सभी के आवंटन को मंजूरी दे दी गई।

खालसा स्कूल के सभागार में दोपहर 12 बजट सामान्य सभा के दूसरे दिन की कार्रवाई शुरू हुई। पहले दिन महापौर धीरज बाकलीवाल द्वारा बजट प्रस्तुत करने के बाद करीब आधा दर्जन पार्षद ही मंतव्य रख पाए थे। दूसरे दिन बचे हुए पार्षदों को अवसर दिया गया। दूसरे दिन जनता कांग्रेस के प्रकाश जोशी, भाजपा के नरेश तेजवानी, कांग्रेस के मनदीप भाटिया, निर्दलीय नीता जैन, भाजपा के नरेंद्र बंजारे, कांग्रेस के हमीद खोखर ने मंतव्य रखा। प्रकाश जोशी ने वार्ड शिविरों के आवेदनों के निराकरण नहीं होने का मामला उठाया। नरेश तेजवानी ने दादाबाड़ी मार्ग का मुद्दा उठाया। जिस पर सत्तापक्ष और विपक्ष के बीच जमकर तकरार भी हुआ। हमीद खोखर ने स्वास्थ्य विभाग की उपलब्धियां गिनाई। इस बीच पूरानी परिषद को लेकर टिप्पणी पर जमकर विवाद भी हुआ।
विवाद के बीच बहुमत से बजट पास
स्वास्थ्य प्रभारी हमीद खोखर द्वारा पुरानी परिषद के दौरान सफाई व्यवस्था को लेकर की गई टिप्पणी पर सदन में जमकर बवाल मचा। टिप्पणी से नाराज विपक्षी पार्षदों ने सदन में जवाब दे रहे स्वास्थ्य प्रभारी को घेर लिया और उनके खिलाफ टिप्पणी शुरू कर दी। इस पर सत्तापक्ष के पार्षद भी माइक के सामने आ गए। इससे दोनों पक्षों में तीखी नोकझोक शुरू हो गया। इस बीच सभापति ने बजट की मंजूरी के लिए हाथ उठाकर मत विभाजन का ऐलान कर दिया और बहुमत से बजट की मंजूरी का ऐलान कर दिया।
निगम को राजस्व की क्षति के आरोप के बाद भी दुकान आवंटन को मंजूरी
दोपहर भोजन अवकाश के बाद दुकानों के आवंटन संबंधी प्रस्ताव पर चर्चा शुरू हुई। इसमें नया बस स्टैंड की दुकानों के पूर्व ऑफर से कम दर पर मंजूरी के प्रस्ताव पर जमकर बवाल मचा। विपक्ष और निर्दलीय घंटेभर तक इस पर आपत्ति दर्ज कराते रहे, लेकिन सत्तापक्ष ने राज्य शासन द्वारा 30 फीसदी दर कम करने का हवाला देकर प्रस्ताव स्वीकृत करा लिया।
दुर्गोत्सव समिति को मिलेगी गया नगर की दुकान
गया नगर में गयाबाई स्कूल काम्पलेक्स की दुकान क्रमांक एक के आवंटन पर भी बैठक में चर्चा हुई। निगम प्रशासन द्वारा इसके लिए निविदा के आधार पर अधिकतम दर पर स्वीकृति का प्रस्ताव लाया गया था, लेकिन विपक्ष ने उक्त स्थल पर 35 सालों से दुर्गोत्सव का आयोजन होने और अधिकतम दर से ज्यादा राशि देने के प्रस्ताव का हवाला देकर दुकान समिति को देने का प्रस्ताव रखा। तर्क-वितर्क के बाद दुकान समिति को देने का फैसला किया गया। इसके लिए बाजार विभाग प्रभारी की अध्यक्षता में समिति का गठन भी किया गया।
कोरोना काल के किराए पर नहीं लगेगा अधिभार
बैठक में कोरोनाकाल को देखते हुए अप्रैल व मई में लॉकडाउन के कारण किराया जमा नहीं करा पाए दुकानदारों से अधिभार नहीं लेने का फैसला भी किया गया। नियमानुसार ऐसे मामलों में 10 फीसदी अधिभार का प्रावधान है। इस निर्णय पर सभी पक्षो ने सहमति जताई। वहीं जुलाई तक संपत्तिकर जमा नहीं कराने वालों पर अधिभार लेने के प्रस्ताव को भी मंजूरी दी गई।
आज इन प्रस्तावों को भी मिली स्वीकृति
दीपक नगर को इंग्लिश मीडियम के रूप में उन्नयन के बाद भवन निर्माण और संधारण कार्य के लिए निविदा आमंत्रित करने। इसमें 135 लाख खनिज न्यास से और 20 लाख विधायक निधि से खर्च किया जाएगा।
नलघर परिसर के द्वितीय तल पर शासन की ओर से पैथालाजी लैब व डायग्नोस्टिक सेंटर स्थापित करने 3000 वर्गफीट स्थल दुर्ग-भिलाई अर्बन पब्लिक सर्विस सोसायटी को किराए पर दिया जाएगा।
वोरा के समाधि स्थल पर बहस से महापौर व्यथित
बैठक में दिवंगत कांग्रेस नेता मोतीलाल वोरा के शिवनाथ मुक्तिधाम में समाधि स्थल को संरक्षित करने के प्रस्ताव पर कई सुझाव आए। नेता प्रतिपक्ष ने श्मशान घाट में समाधि स्थल पर आपत्ति दर्ज कराई। उन्होंने किसी बड़े स्थल पर समाधि बनाने का सुझाव दिया। वहीं पार्षद मदन जैन ने ठगड़ाबांध के सौंदर्यीकरण का नामकरण कर वोरा की आदमकद प्रतिमा स्थापना का सुझाव रखा। इस दौरान अन्य पार्षदों ने कई सुझाव रखा। इस पर महापौर धीरज बाकलीवाल व्यथित नजर आए। उन्होंने वोरा की गरिमा का ध्यान रखने और इस पर किसी तरह की बहसबाजी नहीं करने की अपील की। मोतीलाल वोरा के पुत्र विधायक अरुण वोरा पहले ही ठगड़ाबांध के नामकरण व प्रतिमा स्थापना पर असहमति जता चुके है। चर्चा के बाद समाधि स्थल को संरक्षित करने का प्रस्ताव सर्व सहमति से स्वीकृत किया गया। वहीं छत्तीसगढ़ की राजनीति में चाणक्य माने जाने वाले कांग्रेस नेता वासुदेव चंद्राकर की प्रतिमा स्थापना मालवीय नगर चौक पर स्थित रोजगार कार्यालय में स्थापित किए जाने को मंजूरी दी गई। इसके अलावा गंजपारा में शहीद वीर नारायण की प्रतिमा स्थापित किए जाने का निर्णय लिया गया।