सामान्य सभा : आरोप प्रत्यारोप में बीता पूरा दिन, हंगामे के कारण एक घंटे स्थगित रहा सदन

दुर्ग (छत्तीसगढ़) आनंद राजपूत। नगर निगम दुर्ग की आज आयोजित सामान्य सभा आज आरोप प्रत्यारोप के बीच सिमट कर रह गई। सत्ता पक्ष जहां अपने डेढ़ साल की उपलब्धियों की सराहना करता रहा। वहीं विपक्ष वर्तमान परिषद के कार्यकाल को हर मोर्चे पर विफल और दुर्ग निगम क्षेत्र की हालत बद से बदत्तर होने का आरोप लगाया। आरोप प्रत्यारोपण के बीच इस वित्तीय वर्ष के बजट को अनुमोदित किया गया।

सामान्य सभा का भोजन अवकाश तक का पहला चरण हंगामा की भेंट चढ़ गया। दोपहर 12 बजे से 2 बजे तक की कार्रवाई में हंगामे के चलते सदन की बैठक को दो बार स्थगित किया गया। जिसके चलते लगभग एक घंटे तक सदन की कार्रवाई प्रभावित हुई। बैठक के प्रारंभ होते ही विपक्ष व निर्दलीय पार्षद निगम की पिछली परिषद में नियुक्त एल्डरमैन कृष्णा देवांगन की सदन में उपस्थिति पर आपत्ति जाहिर करने लगे। जिसके चलते पक्ष व विपक्ष आपस में आरोप प्रत्यारोप लगाते रहे। वहीं एल्डरमैन को सदन की कार्रवाई से अलग करने के लिए विपक्ष के सदस्य सभापति राजेश यादव की आसंदी के सामने धरना पर बैठ गए। पार्षद नीता जैन ने एल्डरमैन कृष्णा देवांगन की मौजूदगी को असंवैधानिक करार दिया। इस विरोध के चलते सदन की कार्रवाई पहले 10 मिनट फिर आंधे घंटे के लिए स्थगित की गई। प्रश्नकाल 1.10 बजे प्रारंभ हुआ। जिसमें एल्डरमैन जगमोहन ढीमर ने अमृत मिशन योजना के क्रियान्वयन पर सवाल किया। वहीं वरिष्ठ पार्षद मदन जैन ने कर्मचारियों की नियुक्ति का सवाल पूछा। उन्होंने आरोप लगाया कि कर्मचारियों की भर्ती में भारी पैमाने पर भ्रष्टाचार किया गया है। निर्दलीय पार्षद अरूण सिंह ने अस्थाई दुकानों से किराये वसूली में कई गई लापरवाही पर सवाल उठाते हुए निगम को हुई राजस्व की क्षति की भरपाई विभाग प्रभारी व जिम्मेदार अधिकारी से वसूली किए जाने की मांग की। वहीं एल्डरमैन अंशुल पांडेय ने निगम की पूर्व परिषद द्वारा शहर में बनाए गए गौरव पथ किए गए खर्च व पेड़ों की कटाई पर सवाल उठाया। जिस पर लोनवि प्रभारी अब्दुल गनी द्वारा दिए गए जवाब को राजनीति से प्रेरित होने का आरोप लगाते हुए विपक्ष ने हंगामा किया।
कोरोना पर जीत के साथ गढ़े विकास के नए आयाम – धीरज बाकलीवाल
भोजन अवकाश के बाद महापौर धीरज बाकलीवाल ने इस वित्तीय वर्ष का बजट सदन में प्रस्तुत किया। उन्होंने कहा कि कोरोना की विषम परिस्थितियों के बाद भी दुर्ग निगम की वर्तमान परिषद ने जनहित के उल्लेखनीय कार्य किए है। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री भूपेश बघेल व विधायक अरुण वोरा के मार्गदर्शन में दुर्ग निगम के कर्मचारियों ने सतत परिश्रम कर कोरोना पर 99 फीसदी जीत हासिल कर ली है। इसके लिए उन्होंने पुलिस, जिला प्रशासन के साथ निगम के कर्मचारियों व अधिकारियों द्वारा किए गए अथक परिश्रम के लिए साधुवाद दिया। उन्होंने कहा कि हमारी शहर सरकार ऐसी नहीं है कि कोरोना महामारी की आड़ में छुप जाए। हमने कोरोना संक्रमण के नियंत्रण के साथ शहर में विकास के नए आयाम गढे है। राज्य सरकार से सहयोग से जनता को मूलभूत सुविधाओं के साथ शिक्षा, स्वास्थ्य की बेहतर सुविधाएं उपलब्ध कराई है। छत्तीसगढ़ सरकार की नरवा, गरवा, घुरवा, बाड़ी की सराहना करते हुए महापौर ने कहा कि कुछ लोगों की समझ से परे है, लेकिन यह महती संकल्पना छत्तीसगढ़ की संस्कृति के मूल घटक है। उन्होंने आगे कहा कि कांग्रेस पार्टी उनमें से नहीं जो बढती मंहगाई, घटती जीडीपी दर, बिगड़ती अर्थव्यवस्था या प्रशासनिक बदहाली के लिए पूर्ववर्ती सरकार को जिम्मेदार ठहराए। यह बात शहर की जागरूक जनता से भी छिपी नहीं है। जिसके बाद महापौर बाकलीवाल ने विभाग वार विकास की योजनाओं से सदन को अवगत कराया।
सत्ता पक्ष ने दबाई विपक्ष की आवाज, जनता के बीच जाएगें – अजय वर्मा
निगम के नेता प्रतिपक्ष अजय वर्मा ने सदन की कार्रवाई के संचालन पर सवाल खड़ा किया। उन्होंने कहा कि सत्ता पक्ष सदन में विपक्ष की आवाज को दबा रहा है। जनहित के मुद्दों और निगम में व्याप्त अनियमितताओं व भर्राशाही के सवालों से बचने के लिए यह स्थिति निर्मित की जा रही है। उन्होंने निगम सभापति पर बैठक में भेदभाव बरतने का आरोप भी लगाया। उन्होंने कहा कि अब भाजपा पार्षद दल अपने मुद्दों व दुर्ग निगम के सत्ता पक्ष के काले कारनामों को लेकर जनता के बीच अपनी आवाज बुलंद करेंगे।