भिलाई (छत्तीसगढ़)। नकली नोट छापने की फैक्ट्री का खुलासा पिछले दिनों मध्य प्रदेश की राजगढ़ पुलिस द्वारा किया गया है। इस मामले में पुलिस ने नोट छापने की मशीन और 54 लाख रुपए के नकली नोट जब्त किए थे। इस मामले के मास्टर माइंड को पुलिस ने भिलाई के छावनी-जामुल क्षेत्र से दबोचा है। आरोपी मूलरूप से मुलताई (इंदौर) का निवासी है। राजगढ़ पुलिस द्वारा यह कार्रवाई स्थानीय पुलिस के मदद से पिछले शुक्रवार को की गई है।
मामले के अनुसार मध्यप्रदेश की राजगढ़ पुलिस ने कुछ दिनों पहल एक आरोपी को पकड़ा था। उसके कब्जें से 54 लाख रुपए के नकली नोट बरामद किए गए थे साथ ही नोट बनाने की सामग्री जब्त की गई थी। जिसके बाद वह मौके से फरार हो गया था। फरार युवक नरेश पवार मुलताई का मूल निवासी है और उसकी तलाश राजगढ़ पुलिस कर रही थी। वह पूरे मामले का मास्टरमाइंड बताया जा रहा है और अब तक 50 लाख रुपए के नकली नोट बाजार में खपा चुका था। आरोपी के कब्जें से नोट छापने के लिए एक करोड़ रुपए कीमत के कागज भी मिले हैं।
राजगढ़ एसपी प्रदीप शर्मा के अनुसार 26 जून को जीरापुर के इंदर चौराहे से शंकर व रामचंद्र नाम के दो लोगों को एक लाख रुपए के नकली नोटों के साथ पकड़ा था। दोनों को पुलिस ने रिमांड पर लेकर पूछताछ की। उनकी निशानदेही पर आगर जिले के आरोपी कमल यादव को पकड़ा। कमल यादव ने पूछताछ के बाद नोटों को नरेश पवार से हासिल करना बताया गया। जिसके बाद नरेश पवार मौके से फरार हो गया। जिसकी पतासाजी की जा रही थी। इसी दौरान उसके भिलाई में होने की जानकारी मिली। जिस पर टीम को भिलाई के लिए रवाना किया। यहां छावनी-जामुल थाना क्षेत्र से उसे पकड लिया गया। इस मामले में दुर्ग सिटी एएसपी संजय ध्रुव ने बताया कि नकली नोट छापने का यह आरोपी यहां किराए के मकान में रह रहा था। वह शातिर बदमाश है और इससे पहले भी वर्ष 2003, 2017 में भी जेल जा चुका है। राजगढ़ पुलिस की मदद करते हुए स्थानीय पुलिस ने आरोपी को पकड़ा है।
