दुर्ग (छत्तीसगढ़)। शराब तस्करी के मामले में फरार चल रहे कुख्यात बदमाश संजय बिहारी उर्फ संजय सिंह राजपूत अंतत: पुलिस के हत्थे चढ़ गया है। मामले में पुलिस ने कार्रवाी कर उसे न्यायालय के समक्ष पेश किया, जहां से आरोपी को जेल भेज दिया गया है। आरोपी को कब्जे में लेने में सीएसपी विवेक शुक्ला का विशेष मार्गदर्शन रहा।
जिले में नए पुलिस अधीक्षक के रुप में आईपीएस प्रशांत अग्रवाल के पदभार ग्रहण करने के बाद से ही अपराधियों पर शिंकजा कसने में पुलिस विभाग सक्रीय हो गया है। नतीजा यह रहा कि वर्षो से फरार बताए जा रहे अपराधी भी जादुई तरीके से पुलिस के हाथ लगने लगे है। कुछ दिनों अवैध उगाही के मामले में फरार चल रहे पूर्व शहर के गैंगस्टार विनोद बिहारी को पुलिस ने गिरफ्तार कर जेल भेजा गया था। विनोद बिहारी मामले में कई महिनों से फरार चल रहा था। वहीं अब संजय बिहारी पुलिस गिरफ्त में आया है।
बता दें कि सीएसपी विवेक शुक्ला के नेतृत्व में मालवीय नगर चौक से एक वाहन अवैध शराब का परिवहन करते हुए पकड़ाई थी। शराब की इस तस्करी में संजय बिहारी की मुख्य भूमिका उजागर हुई थी। जिस पर मोहन नगर थाना में आबकारी एक्ट की धारा 34(2) के तहत अपराध पंजीबद्ध किया गया था। मार्च माह में हुई इस कार्रवाई के बाद से संजय बिहारी पुलिस की पकड़ से दूर था। आज सीएसपी विवेक शुक्ला को सूचना मिली की फरार संजय बिहारी मालवीय नगर स्थित पोर सीजन में छुपा हुआ है। सीएसपी के निर्देश पर पुलिस ने दबिश देकर संजय को अपने कब्जें में लिया। दबिश की इस कार्रवाई में मोहन नगर टीआई ब्रजेश कुशवाहा, एएसआई भीखम साहू, कांस्टेबल फारुख खान, जावेद खान, धीरेन्द्र यादव, चित्रसेन की विशेष भूमिका रही।
वर्ष 2013 के बाद संजय पर कार्रवाई नहीं
संजय सिंह राजपूत उर्फ संजय बिहारी मोहन नगर थाना का निगरानी बदमाश है। इस पर 15 से अधिक बलवा, मारपीट, गाली गलौच आदि के प्रकरण पंजीबद्ध है। जिसके चलते प्राय: उसके खिलाफ प्रतिबंधात्मक कार्रवाई मोहन नगर पुलिस करती रही है, लेकिन वर्ष 2013 के बाद से पुलिस ने संजय बिहारी के खिलाफ इस प्रकार की कार्रवाई करना बंद कर दिया था। बताया जाता है कि पिछले कुछ वर्षो से संजय बिहारी शराब के कारोबार से जुड़ गया था। इस दौरान शराब की अवैध तस्करी में भी उसकी भूमिकाएं होने की जानकारी सामने आती रही है।
