नई दिल्ली। उत्तराखंड में सत्ता की बागडोर अब पुष्कर सिंह धामी सम्हालेगे। उन्होंने कल इस्तीफा देने वाले तीरथ सिंह रावत के स्थान पर भाजपा ने मुख्यमंत्री बनाया है। उत्तराखंड के इतिहास में सबसे कम अवधि के लिए मुख्यमंत्री रहने वाले तीरथ सिंह रावत का नाम दर्ज हो गया है। बतौर मुख्यमंत्री उनका कार्यकाल महज 115 दिन का रहा।
बता दें कि तत्कालीन मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत के खिलाफ उग्र असंतोष के बीच, तीरथ सिंह रावत ने इसी साल मार्च में मुख्यमंत्री के रूप में शपथ ली थी। वह राज्य के 10वें ऐसे शख्स हैं जिन्होंने मुख्यमंत्री का पद संभाला था। दिलचस्प यह है कि उत्तराखंड को पिछले 20 वर्षों में कुल 10 मुख्यमंत्री मिले है। जिनमें से नारायण दत्त तिवारी के अला किसी भी मुख्यमंत्री ने अपना 5 साल का कार्यकाल पूरा नहीं किया है।
राज्य का गठन 9 नवंबर 2000 को हुआ था। तब नित्यानंद स्वामी को राज्य का पहला मुख्यमंत्री बनाया गया था। उनका कार्यकाल 9 नवंबर 2000 से 29 अक्टूबर 2001 तक यानी कुल 354 दिनों का रहा। उनके बाद भगत सिंह कोश्यारी को नया सीएम बनाया गया था। उनका भी कार्यकाल चार महीने का ही रहा। वह कुल 122 दिन ही इस पद पर रह सके। 2002 में हुए राज्य के पहले विधान सभा चुनाव में सत्तासीन बीजेपी की हार हुई थी और कांग्रेस की जीत। तब कांग्रेस की तरफ से बुजुर्ग नेता नारायण दत्त तिवारी राज्य के मुख्यमंत्री बनाए गए थे। उत्तराखंड के इतिहास में अब तक तिवारी ही ऐसे अकेले नेता रहे हैं जिन्होंने अपने मुख्यमंत्री का कार्यकाल पूरे पांच साल तक पूरा किया है। तिवारी 2 मार्च 2002 से लेकर 7 मार्च 2007 तक राज्य के मुख्यमंत्री रहे।
