दुर्ग (छत्तीसगढ़)। छतीसगढ़ चेम्बर आफ कॉमर्स के प्रदेश महामंत्री अजय भसीन के नेतृत्व में चेंबर एवं कैट तथा सेन समाज के प्रतिनिधि, स्ट्रीट वेंडर, रेहड़ी लगाने वालों के दल ने कलेक्टर से मुलाकात की। उन्होंने लॉकडाउन के कारण बंद व्यवसाय के कारण आर्थिक तंगी का सामना किए जाने का हवाला देते हुए स्ट्रीट वेंडर, चाय नाश्ता सेंटरों और फास्ट फूड, सेलून की दुकानों को भी खोले जाने की अनुमति प्रदान करने की मांग की।
प्रतिनिधि मंडल में प्रदेश उपाध्यक्ष प्रकाश सांखला, कैट के प्रदेश उपाध्यक्ष पवन बड़जात्या, प्रदेश एम्एसएम्इ प्रभारी मोहम्मद अली हिरानी, प्रदेश मिडिया प्रभारी संजय चौबे, दुर्ग इकाई अध्यक्ष प्रहलाद रुंगटा शामिल थे। उन्होंने कहा कि प्रशासन द्वारा करोना को रोकने के लिए लगातार उठाये गए क़दमों से आज सम्पूर्ण छत्तीसगढ़ में करोना तेजी से कम हुआ है। चेम्बर एवं कैट दुर्ग जिला प्रशासन एवं दुर्ग पुलिस प्रशासन की भूरी भूरी प्रशंसा करता है साधुवाद भी देता है। इसी कड़ी में सांखला एवं प्रदेश मिडिया प्रभारी संजय चौबे ने जिलाधीश से आग्रह करते हुए कहा की इस करोना महामारी में स्ट्रीट वेंडर, फ़ास्ट फ़ूड, गुपचुप, चाट, भेल, खारीगरम, पापकार्न, समोसा, जलेबी, चाय, इटली, डोसा, पान-ठेला, गुमटी (रेहड़ी वाले) जो सड़क के किनारे अपनी दूकान लगाकर अपना जीवन यापन करते आ रहे है ! इतने लंबे लाक डाउन के कारण उन्हें बड़ी कठनाइयों का सामना करना पड़ रहा है। उन्हें घर का गुजारा करना भारी हो गया है। रोज कमाने खाने वाले इन लोगों को बच्चों के स्कुल-कालेज की फ़ीस, दवा तथा खाध सामग्री आदि दिक्कतों का भारी सामना करना पड़ रहा है। उन्होंने कहा कि स्ट्रीट वेंडर, फ़ास्ट फ़ूड एवं रेहड़ी लगाने वालों की मार्किग कर उन्हें दूर-दूर में लगाने की जगह बनाकर शीघ्र दी जाए। साथ ही सेलून वालों को खोलने की अनुमति ट्रैक एवं ट्रेस पद्धति अपनाते हुए प्रदान की जाय।
