30 वर्ष पुरानी भाठागांव लिफ्ट इरिगेशन का हो रहा जीर्णोद्धार, किसानों को जल्द मिलेगा सिंचाई के लिए

दुर्ग (छत्तीसगढ़)। जिले की 30 वर्ष से बंद लिफ्ट इरीगेशन यूनिट से किसानों को जल्द ही खरीफ फसल के लिए पानी मिल सकेगा। इस योजना का मरम्मत का काम अंतिम चरण में है। मरम्मत कार्य पूर्ण होने के बाद पाटन व गुण्डरदेही ब्लाक के 6 गांव की 1500 हेक्टेयर खेतों की सिंचाई हो सकेगी। बता दें कि 1988 में आरंभ होने के बाद यह यूनिट केवल तीन साल चली थी। जिसके बाद रखरखाव के आभाव में बंद हो गई थी।
इस योजना को फिर से जीवित करने के लिए मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने निर्देश दिए थे और सुधार कार्य के लिए साढ़े पांच करोड़ रुपए की प्रशासकीय स्वीकृति प्रदान की थी। मरम्मत का काम अंतिम चरण में है। इस खरीफ पाटन ब्लाक के तीन गाँवों जामगाँव आर, बोरवाय तथा औरी एवं गुंडरदेही ब्लाक के तीन गाँव भाठागाँव, रनचिरई एवं जरवाय के किसानों को खरीफ तथा रबी के लिए पानी मिल सकेगा। कलेक्टर डॉ. सर्वेश्वर नरेंद्र भुरे ने मौका निरीक्षण कर जलसंसाधन विभाग के अधिकारियों को दिये जून के प्रथम सप्ताह तक काम समाप्त करने के निर्देश है। जलसंसाधन विभाग ने सिविल वर्क पूरा कर लिया है। भूमिसमतलीकरण का कार्य अभी चल रहा है और इलेक्ट्रिकल वर्क से संबंधित कार्य जारी है। कलेक्टर डॉ. सर्वेश्वर नरेंद्र भुरे ने आज योजना की प्रगति का निरीक्षण किया। अधिकारियों ने बताया कि जून में यह कार्य पूरा कर लिया जाएगा। कलेक्टर ने कहा कि योजना से संबंधित इलेक्ट्रिकल मशीनरी वाले कार्य को जून के प्रथम सप्ताह तक पूरा कर लें। योजना से खरीफ फसल में किसानों को तो सहायता मिले ही, रबी में भी किसानों को सहायता मिल पाए।
जलसंसाधन विभाग के कार्यपालन अभियंता सुरेश पांडे ने बताया कि योजना से 1538 हेक्टेयर खेतों में सिंचाई हो सकेगी। इससे पाटन ब्लाक के तीन गाँव लाभान्वित होंगे। इसमें जामगांव आर, बोरवाय और औरी में 818 हेक्टेयर खेतों की सिंचाई हो सकेगी। इसके साथ ही गुंडरदेही ब्लाक के भाठागांव, रनचिरई, जरवाय में 720 हेक्टेयर में सिंचाई हो सकेगी। उन्होंने बताया कि रबी फसल में भी एक बार का पानी किसानों को दे सकेंगे जिससे चने आदि की फसल लेने में किसानों को आसानी होगी। इस दौरान सहायक कलेक्टर हेमन्त नंदनवार और एसडीएम विपुल गुप्ता भी उपस्थित थे।