बेमौसम बारिश ने मचाई तबाही, तैयार धान फसल हुई चौपट, परेशान किसानों को सहायता की दरकार

रायपुर (छत्तीसगढ़) जयराम लोधी। छत्तीसगढ़ में जारी कोरोना कहर के बाद पिछले 5 दिनों से बेमौसम बारिश ने कहर बरपा रखा है। प्रदेश के प्रायः सभी जिलों में रूक रूक कर तेज आंधी के साथ बरसात हो रही है। कुछ क्षेत्रों में ओलावृष्टि भी होने की खबर है। इस बेमौसम वर्षा व ओलावृष्टि से सर्वाधिक प्रभावित किसान हुए है। उनके खेतो में लगी फसल चौपट हो गई है। जिससे भारी पैमाने पर किसानों को आर्थिक क्षति का सामना करना पड़ रहा है।
बता दें कि छत्तीसगढ़ में पिछले एक माह से अधिक अवधि से कोरोना संक्रमण के चलते लॉकडाउन लगा हुआ है। लॉकडाउन के चलते बाजार बंद है। जिसका काफी असर किसानों पर पड़ा है। बाजार बंद होने सब्जी, फल आदि का उठाव कम हो गया है। इस स्थिति के चलते किसान खेत व बाड़ी मे फसल को नहीं तोड़ रहे हैं। इसी दरम्यान भारी बारिश ने किसानों की परेशानी और बढ़ा दी है। आंधी, तूफान, बारिश से खेतों में खड़ी फसल चौपट हो गई है। खेतो में पानी भरने से धान की फसल सड़ रही है। धान की फसल की बर्बादी का नजारा रायपुर जिले के आरंग ब्लाक में देखने को मिला है। खेतों में धान की फसल कटाई के लिए तैयार थी, किसान कटाई की व्यवस्था कर रहे थे। लेकिन भारी बारिश ने उनके मंसूबों पर पानी फेर दिया।
सीएम ने दिए नुकसान का आंकलन करने के निर्देश
मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने प्रदेश में हुई बेमौसम बारिश से फसल सहित अन्य हानि का आंकलन करने और प्रभावितों को तत्काल आवश्यक सहायता उपलब्ध कराने के निर्देश दिए हैं।
मुख्यमंत्री ने कलेक्टरों से कहा है कि बारिश और आंधी-तूफान की वजह से फसल सहित अन्य जन-धन के नुकसान के सर्वे के लिये तत्काल टीम का गठन कर आंकलन करें और पीड़ितों को तत्काल राजस्व पुस्तक परिपत्र 6-4 के तहत आवश्यक आर्थिक सहायता राशि प्रदान की जाए।