नई दिल्ली। डिफेंस रिसर्च एंड डेवलपमेंट आर्गनाइजेशन (डीआरडीओ) देश भर में तीन महीने के भीतर 500 ऑक्सीजन प्लांट लगाने जा रहा है। वहीं दिल्ली में एम्स और आरएमएल में लगा प्लांट कल से ऑपेरशनल हो जाएगा। यह एक मिनट में यह 1000 लीटर ऑक्सीजन का उत्पादन करता है, जिसे 200 मरीज को एक साथ दिया जा सकता है। यह तकनीक तेजस एयरक्राफ्ट के लिए बनाई गई थी, लेकिन इंडस्ट्री को यह तकनीक दी गई। टाटा, एलएंडटी को यह तकनीक दी गई है। देश मे जहां-जहां चाहिए, इसे हर जगह लगाया जा सकता है।
डीआरडीओ चीफ सतीश रेड्डी ने कहा कि स्वास्थ्य मंत्रालय जहां कहेगा वहां हम इसे लगाएंगे। छोटे अस्पताल में भी यह लग सकता है। इससे 500 लीटर एक मिनट में ऑक्सीजन का उत्पादन हो सकता है, खर्च 40 लाख से 80 लाख रुपया आता है। डीआरडीओ का अस्पताल आज से शुरू होगा। बनारस में दो-तीन दिन और मध्यप्रदेश, हरियाणा, उत्तराखंड में जल्द शुरू होगी। दिल्ली में अस्पताल 10 दिनों में 500 से 1000 बेड का हो जाएगा। उम्मीद है कि दिल्ली का ऑक्सीजन संकट 4-5 दिनों के लिये काफी हद तक कम हो जाएगा.
बता दें कि कोरोना महामारी से मुकाबला करने के लिये डिफेंस रिसर्च एंड डेवलपमेंट ऑर्गेनाइजेशन (डीआरडीओ) के सहयोग से गुजरात के अहमदाबाद में बने 900 बेड का अस्पताल शनिवार से शुरू किया गया है। दमयंती कोविड अस्पताल डीआरडीओ और गुजरात सरकार के सहयोग से बना है। अस्पताल में 150 आईसीयू और 750 ऑक्सीजन से लैस बेड हैं।
