रायपुर (छत्तीसगढ़)। छत्तीसगढ़ माध्यमिक शिक्षा मण्डल द्वारा वर्ष 2019-20 के कक्षा 10वीं और 12वीं की बोर्ड परीक्षा का परिणाम घोषित कर दिया गया है। इसमें आदिम जाति तथा अनुसूचित जाति विभाग द्वारा मुख्यमंत्री बाल भविष्य सुरक्षा योजना अंतर्गत प्रदेश में संचालित 9 प्रयास आवासीय विद्यालयों के बच्चों ने शानदार प्रदर्शन किया है। कक्षा 10वीं की बोर्ड परीक्षा का परिणाम जहां 99.7 प्रतिशत रहा वहीं कक्षा 12वीं का परीक्षा परिणाम 95 प्रतिशत से अधिक रहा है।
कक्षा 10वीं के परीक्षा परिणाम में 7 प्रयास आवासीय विद्यालय रायपुर, दुर्ग, बिलासपुर, सरगुजा, कांकेर, बस्तर और जशपुर के विद्यार्थियों का परीक्षा परिणाम शत-प्रतिशत रहा। इसके अलावा अम्बिकापुर और कोरबा के प्रयास आवासीय विद्यालयों का परीक्षा परिणाम भी क्रमशः 99 प्रतिशत और 98.2 प्रतिशत रहा। इस वर्ष कुल 9 प्रयास विद्यालयों के 1011 विद्यार्थी कक्षा 10वीं की बोर्ड परीक्षा में सम्मिलित हुए, जिसमें से 997 विद्यार्थी प्रथम श्रेणी में उत्तीर्ण हुए, जो कोई परीक्षा परिणाम का 98.6 प्रतिशत है, जबकि ओव्हरऑल परीक्षा परिणाम 99.7 प्रतिशत रहा। यह राज्य के कक्षा 10वीं के परीक्षा परिणाम के औसत 73.62 प्रतिशत से बहुत अधिक है। इतना ही नहीं कुल उत्तीर्ण 997 विद्यार्थियों में से 252 विद्यार्थियों ने 90 प्रतिशत से अधिक अंकों के साथ परीक्षा उत्तीर्ण कर विद्यालय का नाम रौशन किया है। इससे राज्य में आदिम जाति विभाग द्वारा संचालित प्रयास आवासीय विद्यालयों की सार्थकता सिद्ध होती है।
प्रयास आवासीय विद्यालयों का कक्षा 12वीं बोर्ड का ओव्हरऑल परीक्षा परिणाम 95 प्रतिशत से अधिक है। इसमें प्रयास बालक आवासीय विद्यालय रायपुर का परीक्षा परिणाम शत-प्रतिशत रहा है। सबसे बड़ी बात यह है कि इसमें अध्ययनरत 99 प्रतिशत से अधिक छात्र प्रथम श्रेणी में उत्तीर्ण हुए हैं। वहीं प्रयास कन्या आवासीय विद्यालय का परिणाम भी 99 प्रतिशत रहा और यहां के 92 प्रतिशत विद्यार्थी प्रथम श्रेणी में उत्तीर्ण हुए हैं। इसके अलावा धुर नक्सल प्रभावित बस्तर प्रयास आवासीय विद्यालय का परीक्षा परिणाम भी बेहतर रहा है। यहां के 96 प्रतिशत विद्यार्थी प्रथम श्रेणी में उत्तीर्ण हुए हैं। प्रयास विद्यालय दुर्ग का परीक्षा परिणाम 96 प्रतिशत, प्रयास विद्यालय सरगुजा का परिणाम 99 प्रतिशत, प्रयास विद्यालय बिलासपुर का परिणाम 96.4 प्रतिशत और प्रयास विद्यालय कांकेर का परिणाम 83 प्रतिशत रहा है।
इस वर्ष कक्षा 12वीं के लिए संचालित कुल 7 प्रयास विद्यालयों के 792 विद्यार्थी परीक्षा में सम्मिलित हुए, इनमें से 710 विद्यार्थी प्रथम श्रेणी में उत्तीर्ण हुए, जो कुल परीक्षा परिणाम का 90 प्रतिशत है, जबकि ओव्हरऑल परीक्षा परिणाम 95 प्रतिशत से अधिक रहा है। यह राज्य के कक्षा 12वीं के परीक्षा परिणाम के औसत 78.59 प्रतिशत से तुलनात्मक रूप से काफी बेहतर है।
मुख्यमंत्री भूपेश बघेल, अनुसूचित जाति एवं जनजाति कल्याण मंत्री डॉ. प्रेमसाय सिंह टेकाम, विभाग के सचिव डी.डी. सिंह और संचालक शम्मी आबिदी ने विद्यार्थियों को इस उपलब्धि के लिए शुभकामनाएं देते हुए उनके उज्जवल भविष्य की कामना की हैं।