दुर्ग (छत्तीसगढ़)। कोरोना काल में सरकार जहां कर्मचारियों को नौकरी से नहीं निकालने के निर्देश दे रही है, ऐसे समय पर नगर निगम में 15 सफाई कामगारों को सेवा से पृथक कर दिया गया है। इससे नाराज कर्मियों ने अब निगम प्रशासन के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। शुक्रवार को इन कर्मचारियों ने कलेक्टोरेट पहुंचकर कलेक्टर डॉ. सर्वेश्वर नरेंद्र भूरे और निगम कमिश्नर इंद्रजीत बर्मन के समक्ष शिकायत दर्ज कराई। कर्मियों ने कलेक्टर को ज्ञापन सौंपकर तत्काल बहाली की मांग की है। कर्मियों ने अन्यथा की स्थिति में आंदोलन की चेतावनी भी दी है।
महादलित परिसंघ की अगुवाई में कलेक्टोरेट पहुंचे कर्मचारियों ने बताया कि वे पिछले कई महीनों से निगम के सफाई दस्ते में काम कर रहे हैं। कोरोना के दौरान निगम प्रशासन द्वारा उन्हें कोरोना वारियर्स का खिताब देकर सम्मानित भी किया गया, लेकिन अब 15 सफाई कर्मचारियों को उनके नाम की स्वीकृति नही होने की बात कहकर बाहर का रास्ता दिखा दिया गया है। कर्मचारियों का कहना है कि नगर निगम द्वारा 15 कर्मचारियों के परिवार का रोजगार छीनकर भूखा मारने का काम शुरू कर दिया है। इस दौरान महादलित परिसंघ के प्रदेश अध्यक्ष मयूर हथेल, प्रदेश उपाध्यक्ष अमित बंछोर, रायपुर संभाग अध्यक्ष सुमित बाघमारे, राजनांदगांव जिला अध्यक्ष चंद्रशेखर बोरकर, शंकर ठाकुर व कर्मचारी मौजूद थे।