अभूतपूर्व संकट के दौर में भाजपा नेताओं का 70 हजार एलईडी स्क्रीन लगाकर वर्चुअल रैलियां करना शर्मनाक – राजेंद्र साहू

दुर्ग (छत्तीसगढ़)। प्रदेश कांग्रेस कमेटी के महामंत्री राजेंद्र साहू ने भाजपा की वर्चुअल रैली और मोदी सरकार की उपलब्धियां गिनाने पांपलेट बांटने के अभियान को शर्मनाक बताया है। उन्होंने कहा है कि पूरा देश कोरोना के भीषण संकट से जूझ रहा है। संकट के दौर में पीड़ितों को राहत पहुंचाना छोड़कर उड़ीसा और बिहार चुनाव की तैयारी में जुटना भाजपा के स्तरहीन राजनीतिक चरित्र को उजागर करता है।
राजेंद्र ने कहा कि देश में इस समय हर दिन कोरोना के 10 हजार से ज्यादा मरीज मिल रहे हैं। हजारों लोगों की मौत हो चुकी है। लॉकडाउन के कारण देश के करोड़ों लोग बेरोजगार हो चुके हैं। मजदूर, किसान, रेहड़ी, ठेला, खोमचा लगाने वाले करोड़ों लोगों की रोजी-रोटी तबाह हो गई है। ऐसी तबाही के दौर में 70 हजार एलईडी स्क्रीन लगाकर गृहमंत्री अमित शाह के वर्चुअल रैली-सभा करने से समूची राजनीति शर्मसार हो गई है।
राजेंद्र ने कहा कि यह समय रैली-राजनीति करने का समय नहीं है। शाह समेत दूसरे भाजपा नेताओं को वर्चुअल रैली और पांपलेट बांटने का इतना ही शौक है तो वर्चुअल रैली और पांपलेट के माध्यम से लोगों को बताएं कि 20 लाख करोड़ के पैकेज से मजदूरों, किसानों, फुटपाथ पर व्यवसाय करने वाले लोगों को कितना पैसा मिला। वर्चुअल रैली करने वाले भाजपा नेता पैकेज के बारे में एक शब्द भी नहीं बोल रहे हैं। भाजपा नेताओं की चुप्पी से साफ जाहिर है कि यह पैकेज भ्रष्टाचार की भेट चढ़ चुका है।
राजेंद्र ने कहा कि कोरोना संकट के कारण हर राज्य की आर्थिक स्थिति खराब हो चुकी है। राज्य सरकारें पीड़ितों को राहत पहुंचाने के लिए अधिकारी, कर्मचारियों, संगठनों, उद्योगपतियों से सहयोग राशि देने की अपील कर रहे हैं। भीषण संकट के बावजूद केंद्र सरकार समेत भाजपा के संगठन नेता पीड़ितों की मदद करने आगे नहीं आए। भाजपा नेताओं को बताना चाहिए कि वर्चुअल रैली और पांपलेट बांटने से कोरोना पीड़ितों और लॉकडाउन से परेशानहाल लोगों, मजदूरों, बेरोजगारों को कितनी आर्थिक मदद मिलेगी।
राजेंद्र ने आगे कहा कि गृहमंत्री अमित शाह ने पूरे संकट काल में ऐसा कोई कदम नहीं उठाया, जिससे पीड़ितों को राहत मिल सके। करोड़ों मजदूर सड़कों पर बदहाली का दर्द लेकर भूखे-प्यासे हजारों किलोमीटर दूर पैदल चलने पर मजबूर हुए। मजदूरों को उनके घर पहुंचाने या गरीबों, तंगहाल लोगों को राहत राशि देने में एक रुपए भी खर्च न करने वाले अमित शाह बिहार-उड़ीसा में एलईडी स्क्रीन लगाने में करोड़ों रुपए खर्च कर रहे हैं। भाजपा की इन करतूतों को देश की जनता माफ नहीं करेगी।
राजेंद्र ने सवाल किया कि शाह समेत पूरी भाजपा को वर्चुअल रैली-सभा करने की छटपटाहट क्यों है। सच ये है कि मोदी सरकार हर मामले में 6 वर्षों के कार्यकाल में पूरी तरह नाकाम रही है। मोदी सरकार ने काम किया होता तो आनन-फानन वर्चुअल रैली की जरूरत नहीं पड़ती। कोरोना संकट काल में बेरोजगार युवाओं, गरीबों, किसान, मजदूरों समेत पूरे देश की जनता ने समझ लिया है कि मोदी सरकार ने पिछले 6 साल में जुमलेबाजी के सिवा कुछ नहीं किया। जनता अब जुमलेबाजों के झांसे में नहीं आएगी।

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