दुर्ग (छत्तीसगढ़). निजी तालाब को सफाई नहीं कराने वाले मालिक पर नगर निगम ने 30 हजार रुपए जुर्माना लगाया है। दरअसल गंदगी का कारण तालाब का पानी बुरी तरह प्रदूषित हो गया है और जलकुंभियों से बुरी तरह पट गया है। इसके कारण संक्रामक बीमारी का खतरा बढ़ गया है। इस देखते हुए निगम प्रशासन ने राजनांदगांव निवासी तालाब मालिक पर 30 हजार रुपए जुर्माना लगाया है। जुर्माने की राशि जमा नहीं कराने पर निगम प्रशासन द्वारा कानूनी कार्रवाई की चेतावनी भी दी गई है।
मामला वार्ड 21 मुकुट नगर में पुजेरी तालाब से जुड़ा है। तालाब राजनांदगांव निवासी शंकर कोठारी की है। तालाब में तितुरडीह, उडिय़ा बस्ती, मुकुट नगर व आसपास के बस्ती के लोग निस्तारी करते हैं। तालाब में चारों ओर गंदगी फैली है और पानी प्रदूषित हो गया है। निगम प्रशासन का कहना है कि निजी होने के कारण तालाब को साफ -सुथरा रखना और गंदगी से बचाना तालाब मालिक की जिम्मेदारी है। गंदा व प्रदूषित होने के कारण निस्तारी करने वाले लोगों को गंभीर बीमारी होने की संभावना है।
सफाई कराने की भी हिदायत
निगम आयुक्त इंद्रजीत बर्मन के निर्देश पर तालाब के मालिक पर यह जुर्माना लगाया गया है। इसके साथ ही मालिक को तालाब की सफाई के लिए भी कहा गया है। तालाब के मालिक को सफाई नहीं कराने की सूरत में निगम प्रशासन द्वारा एफआईआर की चेतावनी दी गई है।
विधायक ने किया था निरीक्षण
निगम प्रशासन के मुताबिक गत दिनों वार्ड पार्षद की मांग और क्षेत्रीय लोगों की शिकायत पर विधायक अरुण वोरा व महापौर धीरज बाकलीवाल ने स्वास्थ्य अधिकारी दुर्गेश गुप्ता के साथ तालाब का निरीक्षण किया था। जहां गंदगी देखकर विधायक व महापौर ने तत्काल सफाई के लिए कहा था।