भाजपाइयों के दावे हास्यास्पद, 6 साल में देश हर मामले में हुआ कमजोर : राजेन्द्र साहू

दुर्ग (छत्तीसगढ़)। प्रदेश कांग्रेस कमेटी के महामंत्री राजेंद्र साहू ने मोदी सरकार के कार्यकाल में देश में समृद्धि आने के भाजपाई दावों को हास्यास्पद करार दिया है। राजेंद्र ने कहा कि मोदी सरकार ने देश को समृद्ध नहीं बनाया बल्कि 6 साल में देश को हर मामले में कमजोर कर दिया। बीते 6 साल में देश में बेतहाशा महंगाई बढ़ी। बेरोजगारों की संख्या लगातार बढ़ती गई। रुपए का अवमूल्यन हो रहा है। जीडीपी कम हो चुकी है। मोदी की इतनी नाकामियों के बावजूद भाजपा नेता उपलब्धियां गिना रहे हैं।
महामंत्री राजेंद्र साहू ने कहा कि इन 6 सालों में देश के कई बड़े और महत्वपूर्ण शासकीय उपक्रम बिक गए। बचे हुए उपक्रमों को बेचने की कोशिशें चल रही है। बढ़ती बेरोजगारी और महंगाई से जनता त्रस्त है। देश का उद्योग-व्यवसाय जगत बर्बादी के कगार पर खड़ा है। हालात ऐसे हैं कि मोदी सरकार का 6 साल का कार्यकाल उपलब्धियों के लिए नहीं, बल्कि नाकामियों के लिए गिना जाएगा। उन्होंने कहा कि भाजपा सांसद और नेता बीते 6 साल से लगातार कह रहे हैं कि किसानों की आय दोगुनी की जाएगी। सच ये है कि मोदी सरकार ने किसानों की फसल के समर्थन मूल्य में इतना इजाफा नहीं किया, जिससे किसानों की आय दोगुनी हो सके। इस साल भी धान के समर्थन मूल्य में मात्र 53 रुपए की वृद्धि की गई है, जो ऊंट के मुंह में जीरा के बराबर है। राजेंद्र ने सवाल किया कि बढ़ती महंगाई और 53 रुपए की मामूली बढोतरी से किसानों की आय दोगुनी कैसे होगी।
आपदा पैकेज में भी ठगा किसानों को
राजेंद्र ने कहा कि मोदी सरकार के कार्यकाल में डीजल, कीटनाशक दवाई, खाद, कृषि उपयोगी यंत्र, बीज, मोटर पाट्र्स, सिंचाई पंप की कीमतें लगातार बढ़ी है। उस अनुपात में किसानों के उत्पादित फसल की कीमत में वृद्धि नहीं हुई। लॉकडाउन के विषम समयकाल में 20 लाख करोड़ रुपए के पैकेज में सबसे ज्यादा किसान और मजदूर ठगे गए। किसानों को लोन देने या लोन की मियाद बढ़ाने की बात कही जा रही है। वास्तव में किसानों को सीधे राहत राशि प्रदान करना चाहिए, ताकि उनकी आर्थिक स्थिति सुधर सके। राजेंद्र साहू ने भाजपा नेताओं से पूछा है कि मोदी सरकार की तारीफ और उपलब्धियों भरे बयानों में अगर सच्चाई है तो यह भी बताएं कि 20 लाख करोड़ के पैकेज में मजदूरों और किसानों के साथ गरीबों, फुटपाथ पर व्यवसाय करने वाले लोगों को कितना लाभ दिया गया। राजेंद्र ने सवाल किया कि केंद्र सरकार को अगर गरीबों और किसानों का कल्याण करना ही था तो उनके खाते में सीधे 10-10 हजार रुपए जमा क्यों नहीं किए गए।

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