दुर्ग (छत्तीसगढ़)। लॉक डाउन के चलते फिजिकल डिस्टेंस मेंटेन करने नव दृष्टि फाउंडेशन के सदस्यों की एक मीटिंग आज नई तकनीक के जरिये जूम एप्प पर सम्पन्न हुई। संस्था के संस्थापक सदस्य अनिल बल्लेवार ने होस्ट करते हुए जानकारी दी कि लॉक डाउन के दौरान बहुत से परिवारों संस्था से नेत्रदान व देहदान हेतु सम्पर्क किया किन्तु कोरोना कि वजह से उत्पन्न परिस्तीथियों के कारण संभव नहीं हो सका लेकिन इस दौरान संस्था सामाजिक कार्यों में कार्यरत रही।
संस्था के सदस्य राज आढ़तिया ने बताया कि एक माह में लगभग 160 लोगों हेतु रक्तदान किया गया अमरावती से जुड़े चंद्रकांत पोपट द्वारा रोज लगभग एक हज़ार लोगों के भोजन कि व्यवस्था कि गयी। कुलवंत भाटिया ने बताया कि संस्था के सदस्यों ने आगामी दिनों में कोरोना से बचने लोगों को जागरूक करेंगे व सभी सदस्यों ने अपने प्रतिष्ठानों में फिजिकल डिस्टेंस का पालन करने व सेनेटाइजर के उपयोग करने का प्रण किया। मीटिंग में निर्णय लिया गया कि कोरोना से उपजी स्थिति सामान्य होने पर जिला चिकित्सालय एम्स व जिले के मेडिकल कॉलेज के अधिकारीयों से चर्चा कर प्रसाशन के सहयोग से पुन: जनहित के कार्य नेत्रदान व देहदान प्रारम्भ किया जाएगा।
जूम एप्प पर आयोजित मीटिंग में अनिल बल्लेवार, कुलवंत भाटिया, राज आढ़तिया, किरण भंडारी, डॉ सुधीर हिशीकर, जितेंद्र हासवानी, मुकेश राठी, रितेश जैन, प्रभु दयाल उजाला, वीरेंद्र पाली, सुरेश जैन, गिरीश नेमा, अभिषेक जैन, अरविन्द खंडेलवाल, अभय माहेश्वरी, दीपक बंसल, मंगल अग्रवाल, अमरावती से हरिणा नेत्रालय के अध्यक्ष चंद्रकांत पोपट, राजनांदगाव से तरुण आढ़तिया, फणेन्द्र जैन, शैलेश, मनीष सहित छत्तीसगढ़ ब्लड डोनर फाउंडेशन के विकास जायसवाल, विवेक साहू, प्रेम शोभनी ने अपने सुझाव रखे।