fake paneer seized in Chhattisgarh: छत्तीसगढ़ के राजनांदगांव जिले में खाद्य सुरक्षा विभाग ने मिलावटी खाद्य पदार्थ बनाने वालों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करते हुए करीब 450 किलो नकली पनीर जब्त कर मौके पर ही नष्ट कर दिया।
यह कार्रवाई शनिवार को फूड सेफ्टी एंड ड्रग एडमिनिस्ट्रेशन (FSDA) की संयुक्त टीम द्वारा की गई।
🔹 पाम ऑयल और मिल्क पाउडर से बन रहा था पनीर
FSDA अधिकारियों के अनुसार, यह नकली पनीर रौनक एंटरप्राइजेज नामक फैक्ट्री में
‘सुरभि स्पॉन्ज’ ब्रांड के नाम से तैयार किया जा रहा था।
जांच में सामने आया कि:
- पनीर बनाने में पाम ऑयल और मिल्क पाउडर का इस्तेमाल किया जा रहा था
- यह प्रक्रिया स्वास्थ्य के लिए गंभीर रूप से हानिकारक है
- फैक्ट्री में टीम के पहुंचने के समय उत्पादन जारी था
🔹 लगातार मिल रही थीं शिकायतें
FSDA के नामित अधिकारी आशीष यादव ने बताया कि विभाग को लंबे समय से इस यूनिट के खिलाफ शिकायतें मिल रही थीं।
उन्होंने कहा,
“नकली पनीर बनाकर आम लोगों के स्वास्थ्य से खिलवाड़ किया जा रहा था।
शिकायतों के आधार पर छापा मारा गया और unsafe घोषित पनीर को नष्ट किया गया।”
🔹 15 सदस्यीय टीम ने की छापेमारी
इस कार्रवाई में:
- राजनांदगांव और रायपुर से
- 15 सदस्यीय फूड सेफ्टी टीम शामिल रही
जिला खाद्य सुरक्षा अधिकारी तरुण बिड़ला ने बताया कि:
- फैक्ट्री में बन रहे कलाकंद और मिल्क केक के नमूने
- जांच के लिए प्रयोगशाला भेजे गए हैं
- फैक्ट्री का लाइसेंस तत्काल रद्द कर दिया गया है
🔹 फैक्ट्री परिसर में ही किया गया निस्तारण
अधिकारियों ने बताया कि जब्त किया गया नकली पनीर
फैक्ट्री परिसर में ही गड्ढा खोदकर दबा दिया गया, ताकि उसका दोबारा उपयोग न हो सके।
यह कार्रवाई fake paneer seized in Chhattisgarh मामलों में अब तक की सबसे बड़ी कार्रवाइयों में गिनी जा रही है।
यह घटना साफ संकेत देती है कि खाद्य सुरक्षा विभाग मिलावटखोरों के खिलाफ सख्त रुख अपनाए हुए है।
नकली और मिलावटी खाद्य पदार्थ न केवल कानून का उल्लंघन हैं, बल्कि आम जनता की सेहत के लिए गंभीर खतरा भी हैं।
प्रशासन ने साफ किया है कि
ऐसी फैक्ट्रियों पर आगे भी सख्त कार्रवाई जारी रहेगी।
