Amit Baghel arrest: रायपुर। जोहार छत्तीसगढ़ पार्टी के अध्यक्ष अमित बघेल की गिरफ्तारी ने आज राजधानी के राजनीतिक माहौल को गर्म कर दिया। लंबे समय से विवादों में घिरे बघेल को रायपुर पुलिस ने उस समय गिरफ्तार किया जब वे देवेंद्र नगर थाना में आत्मसमर्पण करने पहुंचे थे। गिरफ्तारी के साथ ही राजधानी में पुलिस अलर्ट बढ़ा दिया गया है।
सीएम विष्णुदेव साय की सख्त प्रतिक्रिया—“कानून अपना काम करेगा”
Amit Baghel arrest: गिरफ्तारी पर प्रतिक्रिया देते हुए मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने कहा कि Amit Baghel arrest एक कानूनी प्रक्रिया का हिस्सा है।
उन्होंने कहा:
“अमित बघेल ने कई धर्मों और समुदायों के प्रति भड़काऊ बयान दिए थे। ऐसे बयानों से समाज में वैमनस्य फैलता है। कानून अपना काम कर रहा है और किसी को भी नफरत फैलाने की अनुमति नहीं दी जाएगी।”
सीएम ने साफ कहा कि दर्ज मामलों के अनुसार कार्रवाई हो रही है और यह सरकार सामाजिक सद्भाव के साथ किसी भी तरह की खिलवाड़ बर्दाश्त नहीं करेगी।
विवाद कैसे भड़का? 27 अक्टूबर वाला बयान बना बड़ा मुद्दा
Amit Baghel arrest: अमित बघेल पर कई राज्यों में केस दर्ज हैं, लेकिन सबसे बड़ा विवाद 27 अक्टूबर के बयान से शुरू हुआ।
छत्तीसगढ़ महतारी की मूर्ति तोड़े जाने के विरोध में बघेल ने अग्रवाल समाज के आराध्य अग्रसेन महाराज और सिंधी समाज के झूलेलाल पर आपत्तिजनक टिप्पणी की थी।
इसके बाद अग्रवाल और सिंधी समाज के लोग पूरे छत्तीसगढ़ और देश के कई हिस्सों में सड़कों पर उतर आए। विरोध प्रदर्शन लगातार बढ़ते गए और FIR दर्ज हुई।
26 दिनों से थे फरार, अदालत ने दी अंतिम संस्कार में शामिल होने की अनुमति
Amit Baghel arrest: पिछले 26 दिनों से फरार चल रहे बघेल को आज रायपुर पुलिस ने गिरफ्तार किया। लेकिन दिन बेहद भावनात्मक भी रहा, क्योंकि इसी दिन उनकी मां का निधन हो गया।
अमित बघेल ने कोर्ट में अंतिम संस्कार में शामिल होने की अनुमति मांगी थी।
रायपुर की ज्यूडिशियल मजिस्ट्रेट जेनिफर लकड़ा ने मानवीय आधार पर अनुमति देते हुए कहा कि वे पुलिस कस्टडी में रहते हुए अंतिम संस्कार में शामिल हो सकेंगे।
अदालत ने उन्हें तीन दिन की ज्यूडिशियल कस्टडी में भेज दिया है। इस दौरान पुलिस उनसे अलग-अलग मामलों में पूछताछ करेगी।
गिरफ्तारी के दौरान तनाव, समर्थकों की पुलिस से तीखी बहस
गिरफ्तारी के वक्त समर्थकों और पुलिस के बीच बहस और हल्की झूमाझटकी की स्थिति बनी।
हालांकि पुलिस ने स्थिति पर जल्द काबू पा लिया।
प्रशासन ने स्पष्ट चेतावनी दी है कि किसी भी तरह की सार्वजनिक अशांति, रोड जाम या कानून तोड़ने की कोशिश पर कड़ी कार्रवाई होगी।
राजनीतिक हलचल तेज—विभिन्न संगठनों ने गिरफ्तारी का किया स्वागत
अमित बघेल की गिरफ्तारी ने प्रदेश की राजनीति को एक बार फिर केंद्र में ला दिया है।
कांग्रेस, भाजपा और अन्य दलों ने अलग-अलग प्रतिक्रियाएं दी हैं, जबकि विभिन्न समाज संगठनों ने इस कदम का स्वागत करते हुए कहा:
“धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंचाने का किसी को अधिकार नहीं है।”
प्रशासन सक्रिय, राजधानी में बढ़ाई सुरक्षा
रायपुर में पुलिस ने सुरक्षा बढ़ा दी है।
मुख्य स्थानों पर जवान तैनात किए गए हैं और प्रशासन समर्थकों की गतिविधियों पर नजर रखे हुए है।
पूरे घटनाक्रम ने एक बार फिर स्पष्ट कर दिया है कि छत्तीसगढ़ सरकार सामाजिक सद्भाव और कानून व्यवस्था को लेकर कठोर रुख अपनाए हुए है।
