IndiGo Flight Cancellations: देश की सबसे बड़ी एयरलाइन IndiGo इन दिनों अभूतपूर्व अव्यवस्था से जूझ रही है। शुक्रवार को 400 से अधिक उड़ानें रद्द हुईं और कई घंटों की देरी ने हजारों यात्रियों की यात्रा योजनाओं को अस्त-व्यस्त कर दिया। IndiGo Flight Cancellations का असर दिल्ली, बेंगलुरु और हैदराबाद जैसे बड़े हवाई अड्डों पर सबसे ज्यादा दिखा।
दिल्ली में 220 से अधिक उड़ानें, बेंगलुरु में 100 से अधिक, और हैदराबाद में 90 से ज्यादा उड़ानें रद्द होने की जानकारी सामने आई। अचानक हुए इस बड़े व्यवधान ने यात्रियों में नाराज़गी और चिंता दोनों बढ़ा दी।
इंडिगो की सफाई: “नेटवर्क गंभीर रूप से बाधित”
IndiGo Flight Cancellations: एयरलाइन ने बयान जारी कर कहा कि पिछले दो दिनों से उसका नेटवर्क गंभीर रूप से बाधित है।
IndiGo ने DGCA को सूचित किया है कि वह 8 दिसंबर से उड़ानों में कटौती करेगी और 10 फरवरी 2026 तक पूरी तरह स्थिर संचालन बहाल होने की उम्मीद है।
एयरलाइन ने स्वीकार किया कि—
“दूसरे चरण के FDTL नियमों को लागू करते समय गलत आकलन और प्लानिंग गैप के कारण यह स्थिति बनी।”
केंद्र सरकार नाराज़: नागरिक उड्डयन मंत्री ने लगाई फटकार
IndiGo Flight Cancellations: नागरिक उड्डयन मंत्री के राममोहन नायडू ने इंडिगो के कामकाज की समीक्षा की और एयरलाइन को तुरंत स्थिति सुधारने का निर्देश दिया।
उन्होंने कहा कि—
- नए FDTL नियमों के लिए तैयारी का पर्याप्त समय था
- इंडिगो ने “स्मूद ट्रांज़िशन” सुनिश्चित नहीं किया
- हवाई किराए बढ़ाने की इजाज़त नहीं होगी
मंत्री ने स्पष्ट रूप से एयरलाइन की लापरवाही पर असंतोष जताया।
FDTL नियमों ने कैसे बढ़ाई समस्या?
नए Flight Duty Time Limitation (FDTL) नियमों के कारण पायलटों की ड्यूटी सीमा सख्त हुई है—
- साप्ताहिक आराम 36 घंटे से बढ़कर 48 घंटे
- नाइट लैंडिंग 6 से घटाकर 2
- लगातार दो दिनों से अधिक नाइट ड्यूटी नहीं
- “नाइट आवर्स” की परिभाषा को बढ़ाया गया
इंडिगो के पास बड़ी संख्या में नाइट फ्लाइट्स हैं, जिससे उसकी संचालन क्षमता अचानक प्रभावित हुई।
क्रू की भारी कमी: इंडिगो ने DGCA को दिए आंकड़े
IndiGo ने DGCA को बताया कि स्थिर संचालन के लिए उसे चाहिए—
- 2,422 कैप्टन
- 2,153 फर्स्ट ऑफिसर
लेकिन उसके पास वर्तमान में हैं—
- 2,357 कैप्टन
- 2,194 फर्स्ट ऑफिसर
यानी नए नियम लागू होने पर उपलब्ध क्रू संख्या जरूरत से कम पड़ गई।
DGCA की कड़ी कार्रवाई: 15 दिन में प्रगति रिपोर्ट अनिवार्य
DGCA ने इंडिगो को निर्देश दिया है कि—
- वर्तमान संकट से निपटने के लिए तत्काल कार्ययोजना दें
- हर 15 दिन में प्रगति रिपोर्ट जमा करें
- क्रू भर्ती, प्रशिक्षण और रोस्टर सुधार का पूरा रोडमैप भेजें
- संचालन में रियल-टाइम निगरानी होगी
- प्रमुख एयरपोर्ट्स पर इंडिगो के नियंत्रण केंद्रों में अधिकारी तैनात रहेंगे
क्यों इंडिगो पर सबसे बड़ा असर?
हालांकि FDTL नियम सभी एयरलाइनों पर लागू होते हैं, लेकिन इंडिगो पर असर ज्यादा पड़ा क्योंकि—
- इसका संचालन सबसे बड़ा
- रात और तड़के उड़ानों की संख्या अधिक
- उच्च विमान और क्रू उपयोग दर
- लीन स्टाफिंग मॉडल
- प्रतिद्वंद्वी एयरलाइनों की तुलना में “बफर क्रू” कम
इंडिगो रोज 2,300 से ज्यादा उड़ानें चलाती है, जबकि एयर इंडिया समूह इससे आधी उड़ानें संचालित करता है।
यात्रियों की परेशानियाँ और आगे का रास्ता
IndiGo Flight Cancellations: तीन दिनों से चल रही देरी और रद्दीकरण ने यात्रियों को भारी दिक्कत दी है। बुधवार को इंडिगो की ऑन-टाइम परफॉर्मेंस (OTP) केवल 19.7% रही—जो उसकी पहचान यानी समय पालन क्षमता के ठीक उलट है।
DGCA ने एयरलाइन को चेताया है कि सुधार नहीं होने पर कठोर कार्रवाई की जा सकती है।
निष्कर्ष
IndiGo Flight Cancellations सिर्फ एक परिचालन समस्या नहीं, बल्कि एक बड़ी सिस्टम-लेवल विफलता है।
नए FDTL नियमों के बीच क्रू की कमी, गलत आकलन और उच्च निर्भरता ने इंडिगो को ऐसी स्थिति में ला खड़ा किया है, जिसे संभालने में महीनों लगेंगे।
सरकारी सख्ती और DGCA की निगरानी से उम्मीद है कि आने वाले सप्ताहों में स्थिति धीरे-धीरे सामान्य हो पाएगी।
