Kangana Ranaut slams Opposition: संसद के शीतकालीन सत्र के पहले ही दिन जब लगातार हंगामा हुआ, कार्यवाही बार-बार रुकी और महत्वपूर्ण विधायी काम अधूरा रह गया—तो माहौल सिर्फ संसद के भीतर ही नहीं, बल्कि बाहर भी गरम रहा। इसी माहौल के बीच BJP सांसद कंगना रनौत ने विपक्ष पर सीधा हमला बोला।
यह बयान तेजी से सुर्खियों में आ गया और राजनीतिक हलकों में चर्चा तेज हो गई।
रिपोर्टरों से बात करते हुए कंगना ने कहा कि “Kangana Ranaut slams Opposition” सिर्फ एक राजनीतिक टिप्पणी नहीं बल्कि जनता की निराशा का सच है।
“जितनी हार, उतनी निराशा” — कंगना रनौत
कंगना रनौत ने कहा कि विपक्ष अब “हार की हताशा” से घिर गया है।
उन्होंने आरोप लगाया कि—
“जैसे-जैसे वे चुनाव हारते जा रहे हैं, उनकी निराशा बढ़ती जा रही है। इस वजह से आज का महत्वपूर्ण एजेंडा भी पूरा नहीं हो सका। संसद दो घंटे के लिए स्थगित करनी पड़ी।”
उनके मुताबिक यह रवैया विपक्ष की जनता के बीच बनी छवि को और कमजोर कर रहा है।
बार-बार हंगामा, कम हुआ कामकाज
Kangana Ranaut slams Opposition: शीतकालीन सत्र के पहले दिन 11 बजे से 2 बजे के बीच संसद को तीन बार स्थगित करना पड़ा।
लगातार नारेबाज़ी के कारण लगभग 50 मिनट का ही विधायी काम हो सका।
विपक्ष के कई सदस्यों ने “वोट चोर, गद्दी छोड़” जैसे नारे लगाए और देशभर में चल रहे Special Intensive Revision (SIR) पर चर्चा की मांग की।
निर्मला सीतारमण ने पेश किए महत्वपूर्ण बिल
हंगामे के बीच भी वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने कई अहम विधेयक पेश किए।
संसद में पेश किए गए प्रमुख बिल—
- Manipur Goods and Services Tax (Second Amendment) Bill, 2025
- Health Security se National Security Cess Bill, 2025
- Central Excise (Amendment) Bill, 2025
सीतारमण ने बताया कि केंद्रीय GST संशोधन 2025 से लागू हो चुका है, लेकिन मणिपुर विधानसभा के निलंबित रहने के कारण राज्य GST में समय पर संशोधन नहीं हो पाया।
जैसे-जैसे वह बिलों की व्याख्या कर रही थीं, विपक्ष की नारेबाजी लगातार तेज होती गई और अंततः सदन को फिर से स्थगित करना पड़ा।
“देश सब देख रहा है” — कंगना रनौत
कंगना ने कहा कि संसद में इस तरह के व्यवधान जनता का विश्वास तोड़ते हैं।
“पूरा देश देख रहा है। विपक्ष खुद को नीचे गिरा रहा है और चुनाव दर चुनाव हार रहा है।”
उनका यह बयान चर्चा का केंद्र बन गया और राजनीतिक बहस को नई दिशा दे गया।
शीतकालीन सत्र की शुरुआत ही विवादों और शोरगुल से हुई।
विपक्ष अपनी मांगों पर अडिग दिखा, जबकि सत्ता पक्ष ने इसे “अनुचित हंगामा” बताया।
इसके बीच “Kangana Ranaut slams Opposition” का बयान राजनीतिक तापमान को और बढ़ाता दिखाई दिया।
