दुर्ग, 27 नवंबर 2025। जिले में अचानक बढ़ी ठंड और शीत लहर की तीव्रता ने प्रशासन को सतर्क कर दिया है। बदलते मौसम और गिरते तापमान के बीच जिला प्रशासन ने स्वास्थ्य विभाग को निर्देशित किया है कि आम जनता की सुरक्षा को प्राथमिकता देते हुए त्वरित कदम उठाए जाएं। इसके बाद स्वास्थ्य विभाग ने Durg cold wave guidelines जारी किए, जिनमें हाइपोथर्मिया और फ्रॉस्टबाइट जैसी समस्याओं से बचाव पर विशेष ध्यान दिया गया है।
स्थानीय नागरिकों के अनुसार, बीते दो दिनों से हवा में कड़ापन बढ़ गया है और सुबह–शाम ठंड का असर तेज महसूस होने लगा है। यही वजह है कि लोग खुद भी सतर्क रहते हुए प्रशासन की अपील को गंभीरता से ले रहे हैं।
शीत लहर क्या होती है?
शीत लहर वह मौसमीय स्थिति है, जब हवा का तापमान सामान्य से काफी नीचे चला जाता है और ठंडी हवाएं तेजी से बहने लगती हैं।
ऐसी स्थिति में—
- हवा का दबाव बढ़ता है
- तापमान अचानक गिरता है
- कई जगह फ़्रॉस्ट यानी बर्फ जमने लगती है
स्वास्थ्य विशेषज्ञों के अनुसार, यही परिस्थितियाँ हाइपोथर्मिया और फ्रॉस्टबाइट जैसी समस्याओं का कारण बनती हैं।
ठंड की लहर के दौरान क्या करें?
स्वास्थ्य विभाग की Durg cold wave guidelines के अनुसार, नागरिकों को निम्न सावधानियाँ अपनानी चाहिए—
✔ गर्म कपड़े पहनें
बच्चों और बुजुर्गों को विशेष रूप से कई परतों वाले गर्म कपड़े पहनाकर रखें।
✔ गीले कपड़े तुरंत बदलें
गीले कपड़े शरीर का तापमान तेजी से गिरा देते हैं, इसलिए उन्हें तुरंत बदलें।
✔ गरम पेय और पौष्टिक भोजन करें
शरीर को अंदर से गर्म रखने के लिए सूप, चाय, कॉफी और पौष्टिक भोजन का सेवन बढ़ाएं।
✔ बाहर काम करते समय ब्रेक लें
लगातार ठंड में रहने से शरीर सुन्न हो सकता है। इसलिए बीच–बीच में गरम जगह पर विश्राम करें।
ठंड की लहर के दौरान क्या न करें?
प्रशासन ने कुछ महत्वपूर्ण सावधानियाँ भी बताई हैं—
✖ बिना काम बाहर न घूमें
बहुत ठंड में अनावश्यक बाहर जाना जोखिम बढ़ाता है।
✖ पतले या गीले कपड़े न पहनें
यह शरीर का तापमान तेजी से गिराते हैं।
✖ आग के बहुत पास न बैठें
बहुत नजदीक बैठने से त्वचा जल सकती है और अचानक गर्मी शरीर को नुकसान पहुंचा सकती है।
✖ शराब का सेवन न करें
शराब शरीर को भ्रमित कर गर्माहट का झूठा अहसास देती है, जिससे Hypothermia का खतरा बढ़ जाता है।
✖ फ्रॉस्टबाइट वाले हिस्से को न रगड़ें
ऐसा करने से ऊतक (टिश्यू) क्षतिग्रस्त हो सकते हैं। तुरंत डॉक्टर की सलाह लें।
नागरिकों से प्रशासन की अपील
स्वास्थ्य विभाग ने कहा है कि शीत लहर के दौरान सावधानी बरतना ही सबसे बड़ा बचाव है।
अधिकारीयों ने यह भी बताया कि रात में ठंड और बढ़ सकती है, इसलिए कमजोर, बुजुर्ग और बीमार लोगों की विशेष देखभाल जरूरी है।
निष्कर्ष
जिले में जारी Durg cold wave guidelines आम जनता की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए महत्वपूर्ण हैं। बढ़ती ठंड को देखते हुए प्रशासन ने नागरिकों से आग्रह किया है कि वे सावधानियाँ अपनाएं और किसी भी स्वास्थ्य समस्या की स्थिति में तुरंत नजदीकी अस्पताल से संपर्क करें।
