दुर्ग में आरक्षक पर गंभीर आरोप: महिला ने लगाया शारीरिक शोषण का आरोप, भिलाई पुलिस ने दर्ज किया अपराध

दुर्ग।
छत्तीसगढ़ के दुर्ग जिले से एक गंभीर और चिंताजनक मामला सामने आया है। भिलाई-3 थाने में पदस्थ आरक्षक अरविंद मेंडे पर एक महिला ने आरोप लगाया है कि उसके जेल में बंद बेटे को छुड़वाने के नाम पर उसने शारीरिक संबंध बनाने का दबाव डाला।

महिला का आरोप—“मेरे बेटे की रिहाई का लालच देकर गलत हरकतें कीं”

पीड़िता के अनुसार, उसका बेटा जेल में बंद है। इसी दौरान आरक्षक अरविंद मेंडे ने उसे चरोदा बस स्टैंड पर मिलने के लिए बुलाया। वह उसे “अलग जगह बात करने” के बहाने एक सुनसान इलाके में ले गया।

महिला ने बताया—
“उन्होंने कहा कि मेरे बेटे को रिहा करवाने में मदद करेंगे। लेकिन जैसे ही हम सुनसान जगह पहुंचे, उन्होंने मेरे साथ गलत हरकतें शुरू कर दीं। मेरे विरोध करने पर भी वह नहीं रुके। उन्होंने मेरे शरीर को गलत तरीके से छुआ और जब मैंने कहा कि मैं मासिक धर्म में हूँ, तब भी उन्होंने जबरदस्ती करने की कोशिश की। ऐसे पुलिसकर्मियों पर कड़ी कार्रवाई होनी चाहिए।”

महिला का यह बयान सामने आने के बाद मामला और गंभीर हो गया।

थाने में हंगामा—बजरंग दल का प्रदर्शन

घटना की जानकारी मिलते ही बजरंग दल के कार्यकर्ता थाने पहुंचे और आरोपी आरक्षक के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग करने लगे। उनका कहना था कि वर्दी की आड़ में किसी भी महिला का शोषण बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।

पुलिस की कार्रवाई—आरक्षक निलंबित, केस दर्ज

भिलाई सीएसपी सत्यप्रकाश तिवारी ने जानकारी दी कि पीड़िता की शिकायत के आधार पर आरोपी आरक्षक के खिलाफ आपराधिक मामला दर्ज कर लिया गया है।
इसके साथ ही, विभागीय कार्रवाई करते हुए आरक्षक अरविंद मेंडे को निलंबित कर दिया गया है।

पुलिस का कहना है कि मामले की निष्पक्ष जांच की जाएगी और दोषी पाए जाने पर सख्त कानूनी कार्रवाई की जाएगी।

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