देहरादून में छत्तीसगढ़ का जलवा: ऑल इंडिया फॉरेस्ट स्पोर्ट्स मीट में 150 मेडल के साथ फिर बना चैंपियन

रायपुर, 17 नवंबर 2025।
छत्तीसगढ़ ने एक बार फिर पूरे देश में अपना दमखम दिखाते हुए 28वीं ऑल इंडिया फॉरेस्ट स्पोर्ट्स मीट में इतिहास रच दिया। देहरादून में आयोजित इस राष्ट्रीय प्रतियोगिता में राज्य ने 150 मेडल और 578 अंक हासिल किए, जिससे वह लगातार दूसरे वर्ष ओवरऑल चैंपियन बना।

मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय और वन मंत्री श्री केदार कश्यप ने सभी खिलाड़ियों को बधाई देते हुए कहा कि यह उपलब्धि छत्तीसगढ़ के समर्पण और मेहनत की मिसाल है।


74 गोल्ड, 34 सिल्वर और 42 ब्रॉन्ज — छत्तीसगढ़ का दबदबा कायम

12 से 17 नवंबर तक देहरादून में हुई इस प्रतियोगिता में छत्तीसगढ़ की 253 सदस्यीय टीम ने शानदार प्रदर्शन किया।
राज्य ने कुल 74 स्वर्ण, 34 रजत और 42 कांस्य पदक जीतकर पहला स्थान पक्का किया।

खिलाड़ियों के प्रदर्शन में जो चमक थी, उसने पूरे आयोजन में छत्तीसगढ़ का नाम रोशन किया—हर जीत एक नई उम्मीद की तरह।


निखिल झाल्को, संगीता राजगोपालन और “गोल्डन गर्ल” संकीर्तन का शानदार प्रदर्शन

प्रतियोगिता में कई खिलाड़ियों ने अद्वितीय प्रदर्शन से सबका ध्यान खींचा:

  • श्रेष्ठ पुरुष खिलाड़ी निखिल झाल्को — तैराकी में 5 स्वर्ण पदक
  • श्रेष्ठ महिला खिलाड़ी संगीता राजगोपालन — बैडमिंटन और टेनिस में 4 स्वर्ण, 1 रजत
  • महिला ओपन श्रेणी की श्रेष्ठ एथलीट थोता संकीर्तन (“गोल्डन गर्ल”) — 5 स्वर्ण
  • श्रेष्ठ पुरुष वेटरन खिलाड़ी सुखनंदन लाल ध्रुव — 5 स्वर्ण
  • श्रेष्ठ महिला वेटरन खिलाड़ी चारुलता गजपाल — 4 स्वर्ण

ये उपलब्धियाँ छत्तीसगढ़ की खेल संस्कृति और खिलाड़ियों की मेहनत का सुंदर प्रमाण हैं।


लगातार 13वीं बार ओवरऑल चैम्पियन — एक अनोखा रिकॉर्ड

समापन समारोह में उत्तराखंड के राज्यपाल लेफ्टिनेंट जनरल (सेवानिवृत्त) गुरमीत सिंह और वन मंत्री सुबोध उनियाल ने ओवरऑल चैंपियनशिप ट्रॉफी प्रदान की।
छत्तीसगढ़ की ओर से सुश्री शालिनी रैना ने यह ट्रॉफी ग्रहण की।

अतिरिक्त मुख्य सचिव श्रीमती ऋचा शर्मा और मुख्य वन बल प्रमुख श्री वी. श्रीनिवास राव ने भी खिलाड़ियों को बधाई दी।


केरल दूसरे और कर्नाटक तीसरे स्थान पर

प्रतियोगिता का अंतिम परिणाम इस प्रकार रहा:

  • दूसरा स्थान — केरल (31 गोल्ड)
  • तीसरा स्थान — कर्नाटक (25 गोल्ड)
  • छठा स्थान — मेजबान उत्तराखंड

छत्तीसगढ़ का प्रदर्शन सबसे ऊपर रहा और हर इवेंट में उसकी टीमों ने सशक्त उपस्थिति दर्ज कराई।


“वन स्पोर्ट, वन फॉरेस्ट” — खेल के साथ प्रकृति संरक्षण का संदेश

इस साल प्रतियोगिता में एक अनोखी पहल की गई।
“वन स्पोर्ट, वन फॉरेस्ट” अवधारणा के तहत हर पदक विजेता के नाम पर एक पेड़ लगाया गया। इससे खिलाड़ियों को खेल के साथ-साथ प्रकृति से जुड़ने और संरक्षण का संदेश भी मिला।

खेल की इस खुशी में प्रकृति की हरियाली का रंग मिलकर एक सुंदर भविष्य की उम्मीद जगाता है।

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