रायपुर (छत्तीसगढ़)। कोविड-19 संक्रमण के फलस्वरूप शिक्षा विभाग द्वारा कक्षा 10वीं और 12वीं कक्षा को छोड़कर शेष कक्षाओं के विद्यार्थियों को जरनल प्रमोशन दिया गया है। जिसके जाने के कारण विद्यार्थियों को सामान अवसर प्रदान करने के उद्देश्य से आदिम जाति तथा अनुसूचित जाति विकास विभाग द्वारा प्रदेश में संचालित प्रयास आवासीय विद्यालयों और एकलव्य विद्यालयों में प्रवेश परीक्षा के लिए निर्धारित न्यूनतम प्रतिशत अंक के प्रावधानों में इस वर्ष छूट देकर विद्यार्थियों को राहत प्रदान की है।
आदिम जाति तथा अनुसूचित जाति विकास मंत्री डॉ. प्रेमसाय सिंह टेकाम ने बताया कि प्रयास आवासीय विद्यालयों में कक्षा 9वीं में प्रवेश के लिए कक्षा 8वीं में न्यूनतम 60 प्रतिशत अंक और इसी प्रकार एकलव्य विद्यालयों में कक्षा 6वीं में प्रवेश के लिए कक्षा 5वीं में न्यूनतम 50 प्रतिशत अंक का प्रावधान था। इस वर्ष इन विद्यालयों में प्रवेश के प्रावधान को शिथिल किया गया है। उन्होंने बताया कि प्रयास आवासीय विद्यालयों और एकलव्य विद्यालयों में परीक्षा फॉम भरने की अंतिम तिथि में 15 मई तक वृद्धि कर दी गई है। प्रयास आवासीय विद्यालयों में प्रवेश परीक्षा की तिथि में वृद्धि कर 24 मई निर्धारित की गई है। इसी प्रकार एकलव्य विद्यालयों में प्रवेश परीक्षा तिथि में वृद्धि कर 31 मई की तिथि निर्धारित की गई है। एकलव्य विद्यालयों की विभिन्न कक्षाओं में रिक्त सीटों को भरने की अनुमति भी प्रदान की गई है।
डॉ. टेकाम ने बताया कि विभाग द्वारा विपरीत परिस्थितियों में भी आगामी शिक्षण सत्र को ध्यान में रखते हुए एकलव्य विद्यालयों में कक्षा 6वीं में प्रवेश के लिए तथा प्रयास आवासीय विद्यालयों में कक्षा 9वीं में प्रवेश परीक्षा का आयोजन लॉकडाउन अवधि समाप्त होने के उपरांत फिजिकल डिस्टेंसिंग को ध्यान में रखते हुए मई माह के अंत तक करा लिए जाने का प्रयास किया जा रहा है, ताकि आगामी शिक्षण सत्र में समय पर इन विद्यालयों में चयनित विद्यालयों के प्रवेश की कार्रवाई और शिक्षण प्रारंभ किया जा सके।