दुर्ग (छत्तीसगढ़), 12 नवम्बर 2025:
भारत निर्वाचन आयोग द्वारा जारी निर्वाचक नामावली के विशेष गहन पुनरीक्षण (Special Intensive Revision – SIR) कार्यक्रम के तहत आज दुर्ग में संभागायुक्त सत्यनारायण राठौर को उनके आवास पर बूथ लेवल ऑफिसर (BLO) ने गणना पत्रक सौंपा। यह पहल इस अभियान को उच्च प्राथमिकता देने की दिशा में एक प्रेरक उदाहरण बनी।
📋 बीएलओ ने घर जाकर किया वितरण कार्य
संभागायुक्त राठौर का नाम विधानसभा क्षेत्र दुर्ग शहर-64 के मतदान केंद्र क्रमांक 177 के सरल क्रमांक 546 में दर्ज है। भारत निर्वाचन आयोग के निर्देशानुसार 4 नवंबर से 4 दिसंबर 2025 तक गणना पत्रक वितरण और संकलन का कार्य पूरे जिले में चल रहा है।
इस दौरान बूथ लेवल ऑफिसर मतदाताओं के घर-घर जाकर गणना पत्रक वितरित कर रहे हैं ताकि कोई भी पात्र मतदाता वंचित न रह जाए।
🗣️ संभागायुक्त ने की सहयोग की अपील
संभागायुक्त श्री सत्यनारायण राठौर ने नागरिकों से अपील की कि वे इस विशेष पुनरीक्षण अभियान में सक्रिय भागीदारी निभाएं।
उन्होंने कहा,
“हर पात्र नागरिक का नाम निर्वाचक नामावली में होना आवश्यक है। कृपया बीएलओ को पूरा सहयोग दें और सही जानकारी के साथ गणना पत्रक शीघ्र भरें।”
राठौर ने यह भी बताया कि इस अवधि में नाम जोड़ने, काटने और संशोधन के आवेदन भी बीएलओ को निर्धारित प्रारूप में दिए जा सकते हैं।
👥 अधिकारी दल भी रहा उपस्थित
गणना पत्रक वितरण के समय निर्वाचक रजिस्ट्रीकरण अधिकारी अभिषेक अग्रवाल, सहायक निर्वाचक रजिस्ट्रीकरण अधिकारी उत्तम ध्रुव और प्रफुल्ल कुमार गुप्ता, तथा बूथ लेवल ऑफिसर श्रेयस ताम्रकार उपस्थित थे।
सभी ने मिलकर यह सुनिश्चित किया कि निर्वाचन आयोग के निर्देशों का कड़ाई से पालन किया जा रहा है।
📅 निर्वाचक नामावली पुनरीक्षण की प्रक्रिया
भारत निर्वाचन आयोग द्वारा जारी कार्यक्रम के अनुसार,
- 4 नवंबर से 4 दिसंबर 2025 तक गणना पत्रक का वितरण और संकलन होगा।
- इसके बाद प्राप्त आवेदनों के आधार पर नाम जोड़ने, काटने और सुधार की प्रक्रिया होगी।
- संशोधित मतदाता सूची जनवरी 2026 में प्रकाशित की जाएगी।
🌟 मतदाताओं में उत्साह और जागरूकता
दुर्ग जिले के विभिन्न वार्डों में गणना प्रपत्र वितरण अभियान को लेकर लोगों में उत्साह देखा जा रहा है। प्रशासन ने व्यापक प्रचार-प्रसार कर नागरिकों को मतदान के अधिकार के प्रति जागरूक किया है।
संभागायुक्त राठौर की इस पहल ने आम मतदाताओं में विश्वास और सहभागिता की भावना को और मजबूत किया है।
