दुर्ग। छत्तीसगढ़ के दुर्ग जिले में Durg bank embezzlement case ने वित्तीय संस्थानों की सुरक्षा व्यवस्था पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं। पुलगांव थाना क्षेत्र स्थित इसाफ स्मॉल फाइनेंस बैंक में ₹85 लाख रुपए के गबन का बड़ा मामला उजागर हुआ है।
पुलिस ने इस मामले में 6 बैंक कर्मचारियों को गिरफ्तार किया है। बताया जा रहा है कि इन कर्मचारियों ने 240 ग्राहकों से लोन की किस्तें वसूल कर, वह रकम बैंक में जमा करने के बजाय निजी खर्चों में इस्तेमाल कर ली।
🏦 ग्राहकों से वसूले पैसे, बैंक खातों में नहीं जमा
जानकारी के मुताबिक, यह पूरा मामला इसाफ स्मॉल फाइनेंस बैंक पुलगांव शाखा का है। बैंक कर्मचारियों ने मई 2024 से जून 2025 के बीच कुल ₹84,98,940 रुपए की राशि ग्राहकों से वसूली। लेकिन जब बैंक के खातों का ऑडिट हुआ, तो सामने आया कि ग्राहकों ने पैसे दिए थे, पर वह बैंक खातों में दर्ज ही नहीं थे।
बैंक के क्षेत्रीय प्रबंधक मोहित देशमुख ने इस मामले की शिकायत पुलगांव पुलिस थाने में दर्ज कराई। उन्होंने बताया कि हिरन बाई साहू सहित 240 ग्राहक ऐसे हैं, जिनकी जमा राशि कर्मचारियों ने हड़प ली थी।
👮 पुलिस ने की कार्रवाई, छह आरोपी गिरफ्तार
पुलिस जांच में खुलासा हुआ कि आरोपी टीका राम पाटले, आकाश नायक, अंकिता पासवान, आर्या गोस्वामी, रेशमा वर्मा और ओमप्रकाश कोसरे ने मिलकर यह बड़ा गबन रचा।
शुरुआत में आरोपियों ने पुलिस को गुमराह करने की कोशिश की, लेकिन सख्त पूछताछ के बाद उन्होंने अपना जुर्म कबूल कर लिया। फिलहाल सभी आरोपी पुलिस हिरासत में हैं और उनसे आगे की जानकारी ली जा रही है।
⚠️ बाकी आरोपियों की तलाश जारी
पुलिस अधिकारियों ने बताया कि इस Durg bank embezzlement case में शामिल कुछ और कर्मचारी फरार हैं, जिनकी तलाश जारी है। पुलिस ने कहा है कि सभी दोषियों को जल्द गिरफ्तार कर कानूनी कार्रवाई पूरी की जाएगी।
🗣️ लोगों में नाराजगी, बैंक पर सवाल
इस घटना के बाद क्षेत्र के ग्राहकों में भारी नाराजगी है। लोगों का कहना है कि बैंक प्रबंधन को समय रहते जांच करनी चाहिए थी। अब कई ग्राहक अपने पैसों को लेकर चिंतित और असुरक्षित महसूस कर रहे हैं।
