छत्तीसगढ़ के राजनांदगांव जिले में एक चौंकाने वाली घटना सामने आई है। शनिवार शाम खुटेरी गांव के पास नदी में एक नीली बलेनो कार मिली, जिसे निकालने पर अंदर एक मानव कंकाल देखकर पुलिस और ग्रामीण दंग रह गए। यह दृश्य इतना भयावह था कि मौके पर अफरा-तफरी मच गई।
लापता लीलेधर कुम्भकार के रूप में हुई पहचान
जांच के दौरान पुलिस को कार के अंदर कुछ कपड़े और निजी सामान मिले। इन्हीं वस्तुओं के आधार पर शव की पहचान 37 वर्षीय लीलेधर कुम्भकार के रूप में की गई। लीलेधर 24 अगस्त 2025 से लापता था और परिजनों ने उसी समय थाने में गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कराई थी।
उसके भाई शत्रुघ्न कुम्भकार ने कार और कपड़ों को देखकर अपने भाई की पहचान की पुष्टि की। करीब ढाई महीने बाद जब यह कार नदी से निकली, तो परिजनों के साथ पूरा गांव सदमे में डूब गया।
कैसे पहुंची कार नदी में, जांच में जुटी पुलिस
पुलिस का कहना है कि अभी यह स्पष्ट नहीं है कि यह हादसा था, आत्महत्या या हत्या। फॉरेंसिक टीम को मौके पर बुलाया गया है ताकि कार, हड्डियों और आसपास के साक्ष्यों की जांच की जा सके।
एसपी ने बताया कि सभी कोणों से जांच जारी है और सच्चाई जल्द सामने आएगी। फिलहाल, शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया है।
गांव में शोक और सन्नाटा
इस घटना के बाद से खुटेरी गांव में शोक का माहौल है। जो परिवार लीलेधर के लौटने की उम्मीद में था, अब गहरे दुख में डूब गया है। ग्रामीणों ने परिवार के प्रति संवेदना व्यक्त की है और प्रशासन से मामले की निष्पक्ष जांच की मांग की है।
