नई दिल्ली, 8 नवम्बर 2025।
दिल्ली एयरपोर्ट पर गुरुवार शाम आई तकनीकी खराबी (Technical Glitch) से हवाई सेवाएं बुरी तरह प्रभावित हुईं। एयरपोर्ट्स अथॉरिटी ऑफ इंडिया (AAI) ने शुक्रवार देर रात जानकारी दी कि अब फ्लाइट प्लान जनरेट करने वाला सिस्टम (AMSS) फिर से “अप एंड रनिंग” है, हालांकि अभी भी पूरी तरह सामान्य होने में थोड़ा समय लगेगा।
इस खराबी के कारण शुक्रवार को 200 से अधिक उड़ानों में देरी हुई, जबकि गुरुवार रात से ही यात्रियों को दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा था। एयरलाइंस IndiGo, SpiceJet और Air India Group ने यात्रियों को पहले ही चेतावनी दी थी कि उनकी उड़ानें विलंब से संचालित होंगी।
तकनीकी गड़बड़ी से ठप हुआ फ्लाइट प्लान सिस्टम
AAI के अनुसार, खराबी IP आधारित ऑटोमैटिक मैसेज स्विचिंग सिस्टम (AMSS) में आई थी, जो उड़ानों की योजना तैयार करने के लिए उपयोग होता है। सिस्टम बंद होने के बाद एयर ट्रैफिक कंट्रोल कर्मियों को मैन्युअली फ्लाइट प्लान तैयार करने पड़े, जिससे काफी देरी हुई।
कुछ एयरलाइनों, जैसे Air India Express, ने अपने कर्मचारियों को सीधे एटीसी में भेजा ताकि वे खुद फ्लाइट प्लान तैयार कर सकें। यह स्थिति लगभग 24 घंटे तक बनी रही।
इंडिगो और अन्य एयरलाइंस की सेवाएं धीरे-धीरे सामान्य
देश की सबसे बड़ी एयरलाइन IndiGo, जो घरेलू बाजार में 60% हिस्सेदारी रखती है, ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर पोस्ट कर बताया कि दिल्ली और उत्तर भारत के अन्य हवाई अड्डों पर संचालन धीरे-धीरे सामान्य हो रहा है।
शुक्रवार शाम तक 175 से अधिक उड़ानें देरी से रवाना हुईं, जबकि गुरुवार को लगभग 25 उड़ानों के प्रस्थान में देरी हुई थी।
Flightradar24 के आंकड़ों के अनुसार, शुक्रवार शाम औसतन 60 मिनट की देरी देखी गई।
विदेशी उड़ानें भी रहीं प्रभावित
तकनीकी खराबी का असर अंतरराष्ट्रीय उड़ानों पर भी पड़ा। ITA Airways की रोम जाने वाली उड़ान लगभग दो घंटे लेट हुई, जबकि Virgin Atlantic की लंदन जाने वाली उड़ान एक घंटे से अधिक देरी से रवाना हुई।
AAI ने दी सफाई – ‘सिस्टम सामान्य होने में लगेगा समय’
AAI ने बयान जारी करते हुए कहा कि
“तकनीकी समस्या का पता चल गया है और सिस्टम को फिर से सक्रिय कर दिया गया है, लेकिन बड़ी संख्या में लंबित उड़ानों के कारण सेवाएं पूरी तरह सामान्य होने में समय लगेगा।”
इस बीच, बाजार में भी इसका असर देखा गया। IndiGo के शेयरों में 2% और SpiceJet के शेयरों में 1% की गिरावट दर्ज की गई।
हालिया रैनसमवेयर हमले की याद
यह घटना ऐसे समय आई है जब हाल ही में यूरोप के प्रमुख हवाई अड्डों पर रैनसमवेयर अटैक से सेवाएं ठप हो गई थीं। उस हमले के बाद दुनिया भर में एयर ट्रैफिक सिस्टम की सुरक्षा पर सवाल उठे थे।
दिल्ली एयरपोर्ट, जिसने वर्ष 2024 में 78 मिलियन यात्रियों को संभाला, विश्व का नौवां सबसे व्यस्त हवाई अड्डा माना जाता है। इसे GMR Airports संचालित करती है, जबकि एटीसी संचालन AAI के अधीन है।
