नई दिल्ली, 6 नवंबर 2025 —
लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी ने हरियाणा विधानसभा चुनाव को लेकर देश की राजनीति में भूचाल ला दिया है। उन्होंने आरोप लगाया कि हरियाणा में एक सुनियोजित ‘ऑपरेशन सरकार चोरी’ (Operation Sarkar Chori) चलाया गया, जिसके तहत 25 लाख फर्जी वोटर बनाए गए और कांग्रेस की संभावित जीत को हार में बदल दिया गया।
राहुल गांधी ने बुधवार को कहा —
“हरियाणा में कोई चुनाव नहीं हुआ, वहाँ वोट चोरी (Vote Theft) हुई है। चुनाव आयोग प्रधानमंत्री और गृह मंत्री के साथ साझेदारी में भारतीय लोकतंत्र को नष्ट कर रहा है।”
उन्होंने दावा किया कि सभी एक्जिट पोल और ओपिनियन पोल कांग्रेस की भारी जीत दिखा रहे थे, लेकिन एक “केंद्रीकृत ऑपरेशन” के ज़रिए परिणाम बदले गए।
⚡ राहुल गांधी ने किया बड़ा खुलासा
राहुल गांधी ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि यह सिस्टम अब ‘औद्योगिक स्तर पर वोट चोरी’ का रूप ले चुका है।
उन्होंने कहा कि अब यही सिस्टम बिहार में भी अपनाया जा रहा है।
“हमने हरियाणा में देखा कि कैसे फर्जी वोटर जोड़े गए। अब यही खेल बिहार में भी खेला जा रहा है। हमारी टीम ने जमुई ज़िले में कई मतदाताओं के नाम डिलीट होने की पुष्टि की है।”
राहुल गांधी ने इस दौरान केरल भाजपा उपाध्यक्ष बी. गोपालकृष्णन का एक वीडियो भी दिखाया, जिसमें वे कथित तौर पर यह कहते नजर आए कि “हम वोटर जोड़कर चुनाव जीतेंगे।”
गांधी ने कहा —
“यह वीडियो साफ दिखाता है कि यह वोट चोरी एक संगठित साजिश है।”
🗳️ चुनाव आयोग का जवाब
चुनाव आयोग (ECI) ने राहुल गांधी के आरोपों को “गलत और निराधार” बताया।
एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि हरियाणा में चुनाव प्रक्रिया के दौरान कांग्रेस के किसी भी बूथ लेवल एजेंट (BLA) ने फर्जी वोटर या दोहरे नाम को लेकर कोई आपत्ति नहीं दर्ज की थी।
अधिकारी ने सवाल उठाया —
“अगर ऐसा कुछ था, तो कांग्रेस ने मतदाता सूची संशोधन के दौरान कोई दावा या आपत्ति क्यों नहीं दी?”
🗣️ आदित्य ठाकरे का राहुल गांधी को समर्थन
शिवसेना (UBT) के नेता आदित्य ठाकरे ने राहुल गांधी का समर्थन करते हुए कहा —
“राहुल गांधी ने फिर साबित किया है कि चुनाव आयोग भाजपा की मदद से राज्यों में सत्ता पर कब्जा करता है। यह पार्टी राजनीति का नहीं, बल्कि हर भारतीय मतदाता के अधिकार का सवाल है।”
उन्होंने एक्स (X) पर लिखा कि दुनिया अब देख रही है कि भारत में चुनाव कितने स्वतंत्र और निष्पक्ष रह गए हैं।
🔥 भाजपा का पलटवार
बीजेपी नेताओं ने राहुल गांधी के आरोपों को “नाटक और ध्यान भटकाने की कोशिश” बताया।
उनका कहना है कि जब कांग्रेस हारती है तो वह संस्थाओं पर आरोप लगाने लगती है।
🇮🇳 लोकतंत्र पर नई बहस
राहुल गांधी के इस बयान के बाद भारतीय राजनीति में लोकतंत्र की पारदर्शिता और चुनाव आयोग की भूमिका पर एक बार फिर बहस छिड़ गई है।
जहाँ कांग्रेस इसे लोकतंत्र के लिए खतरा बता रही है, वहीं भाजपा इसे “कांग्रेस की निराशा” कह रही है।
✍️ निष्कर्ष
राहुल गांधी के इस ‘वोट चोरी’ के आरोपों ने बिहार और आने वाले राज्यों के चुनावों से पहले सियासत को और गरमा दिया है।
अब देखना होगा कि क्या कांग्रेस अपने दावों के समर्थन में सबूत पेश कर पाती है या यह मामला भी राजनीतिक बयानबाजी बनकर रह जाएगा।
