नवी मुंबई, 3 नवम्बर 2025।
भारत की महिला क्रिकेट टीम ने वो कर दिखाया, जिसका इंतज़ार पूरे देश को दो दशकों से था। India Women’s Cricket World Cup 2025 में हरमनप्रीत कौर की कप्तानी में टीम इंडिया ने इतिहास रच दिया।
टीम ने पहली बार विश्व कप जीतकर देश को गर्व से भर दिया — और सबसे भावुक पल तब आया जब खिलाड़ियों ने ट्रॉफी मिथाली राज और झूलन गोस्वामी को समर्पित की।
🌟 सपनों को मिला मुकाम
भारत की दो महान क्रिकेटर — मिथाली राज और झूलन गोस्वामी — जिन्होंने अपने पूरे करियर में भारतीय क्रिकेट को नई ऊँचाइयों पर पहुँचाया, पर कभी विश्व कप ट्रॉफी नहीं जीत पाईं।
2005 और 2017 में भारत फाइनल तक पहुँचा, लेकिन जीत हाथ से फिसल गई।
इस बार, जब हरमनप्रीत की टीम ने फाइनल में दक्षिण अफ्रीका को हराकर विश्व कप अपने नाम किया, तो स्टेडियम में मौजूद हर आंख नम थी।

🏆 ट्रॉफी सौंपते हुए भावनात्मक पल
नवी मुंबई के DY पाटिल स्टेडियम में जैसे ही भारतीय टीम ने विजय गोद ली, कप्तान हरमनप्रीत कौर ने ट्रॉफी उठाकर मिथाली राज और झूलन गोस्वामी को समर्पित की।
मिथाली राज ने सिर्फ इतना कहा — “थैंक यू… मैं बहुत खुश हूं।”
उनकी आंखें सब कुछ कह गईं।
झूलन गोस्वामी, जो एकदिवसीय क्रिकेट में 200 से अधिक विकेट लेने वाली एकमात्र भारतीय गेंदबाज़ हैं, अपनी खुशी रोक नहीं सकीं।
उन्होंने हरमनप्रीत को गले लगाया और मुस्कराते हुए कहा — “अब हमारा सपना पूरा हुआ।”
💙 हरमनप्रीत का सम्मान और भावनाएँ
मैच के बाद हरमनप्रीत कौर ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा —
“झूलन दी मेरी सबसे बड़ी प्रेरणा थीं। जब मैं टीम में आई, वह कप्तान थीं और हमेशा मेरा साथ दिया।
अंजुम चोपड़ा दी ने भी शुरुआती दिनों में मुझे बहुत सिखाया।
आज जब हमें ट्रॉफी उठाने का मौका मिला, तो मैं चाहती थी कि वे सभी इसका हिस्सा बनें।”
यह वही पल था जब अंजुम चोपड़ा और पूर्व खिलाड़ी रीमा मल्होत्रा भी ट्रॉफी के साथ नजर आईं।
रीमा ने टीम के साथ फिल्म रॉकस्टार का गीत “सद्दा हक़” गाकर माहौल भावनाओं से भर दिया।
🎥 भावनाओं से भरा पल
इन पाँच मिनटों में — जब कैमरे रुके, शब्द थम गए और आंसू बोल पड़े — भारत के महिला क्रिकेट के अतीत, वर्तमान और भविष्य का संगम दिखा।
मयांति लैंगर, जो सामान्यतः सटीक शब्दों में भावनाएँ बयां करती हैं, इस बार भीगी आंखों के साथ चुप रहीं।
🌍 भारत की महिला क्रिकेट का नया युग
यह जीत सिर्फ एक खिताब नहीं, बल्कि महिला क्रिकेट में भारत के नए युग की शुरुआत है।
मिथाली और झूलन की मेहनत, हरमनप्रीत की नेतृत्व क्षमता और टीम के युवा जोश ने मिलकर वो कहानी लिखी है जो आने वाली पीढ़ियों को प्रेरित करेगी।

🌸 निष्कर्ष
India Women’s Cricket World Cup 2025 की यह जीत सिर्फ खिलाड़ियों की नहीं, बल्कि उन सभी के सपनों की जीत है जिन्होंने भारतीय महिला क्रिकेट को विश्व मंच तक पहुँचाया।
अब जब हरमनप्रीत की टीम ने विश्व कप ट्रॉफी को ऊंचा उठाया — तो उसमें मिथाली, झूलन और हर भारतीय प्रशंसक का दिल भी धड़क रहा था।
