नई दिल्ली, 12 अक्टूबर 2025 Taliban retaliation in Helmand।
अफगानिस्तान और पाकिस्तान के बीच सीमा पर तनाव एक बार फिर बढ़ गया है। Taliban retaliation in Helmand के तहत अफगान बलों ने पाकिस्तान के खिलाफ बड़ी सैन्य कार्रवाई की है। हेलमंद प्रांत में हुई इस जवाबी कार्रवाई में 15 पाकिस्तानी सैनिक मारे गए हैं और तीन सैन्य चौकियों पर तालिबान का कब्जा बताया जा रहा है।
हेलमंद प्रांतीय सरकार के प्रवक्ता मौलवी मोहम्मद कासिम रियाज़ ने मीडिया को बताया कि यह कार्रवाई पाकिस्तान के हवाई हमलों के जवाब में की गई। अफगान बलों ने दुरंड रेखा के पास बहारमपुर जिले में पाकिस्तानी चौकियों को निशाना बनाया। इस दौरान कई हथियार और गोला-बारूद भी जब्त किए गए।
🔥 हवाई हमले और फिर पलटवार
पाकिस्तान ने बीते गुरुवार को काबुल और पक्तिका प्रांतों में हवाई हमले किए थे। इन हमलों के बाद अफगान रक्षा मंत्रालय ने इस कार्रवाई को “संप्रभुता का उल्लंघन” बताते हुए सख्त नाराज़गी जताई थी। इसके बाद से अफगान बलों ने हेलमंद, कंधार, जुबल, पक्तिका, पक्तिया, खोस्त, नंगरहार और कुनार जैसे सीमावर्ती प्रांतों में पाकिस्तानी चौकियों पर हमले शुरू कर दिए हैं।
अफगान रक्षा मंत्रालय के प्रवक्ता एनायत ख्वाराजमी ने बताया कि रातभर चली कार्रवाई मध्यरात्रि तक सफलतापूर्वक समाप्त हुई। उन्होंने चेतावनी दी — “अगर पाकिस्तान ने फिर से हमारी भूमि का उल्लंघन किया, तो अफगान बल कड़ी प्रतिक्रिया देंगे।”
⚔️ पाकिस्तान की सफाई और पलटवार
पाकिस्तान ने हालांकि इन हवाई हमलों की आधिकारिक पुष्टि नहीं की, लेकिन उसने अफगानिस्तान पर आरोप लगाया कि वह पाकिस्तानी तालिबान (TTP) को शरण दे रहा है। इस पर दोनों देशों के बीच बयानबाज़ी तेज़ हो गई है।
काबुल के इस हमले के बाद पाकिस्तानी सुरक्षा बलों ने भी चार सीमावर्ती स्थानों पर भारी तोपखाना दागने की पुष्टि की है। पाकिस्तान के खैबर पख्तूनख्वा प्रांत के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि “हमने पहले हल्के हथियारों से फायरिंग की और फिर भारी गोलाबारी शुरू की।”
💣 TTP और बढ़ता तनाव
तहरीक-ए-तालिबान पाकिस्तान (TTP), जिसे पाकिस्तानी तालिबान के नाम से भी जाना जाता है, अफगान तालिबान की वैचारिक सहयोगी मानी जाती है। हाल के महीनों में TTP ने पाकिस्तान के सुरक्षा बलों पर हमलों में तेजी लाई है। संयुक्त राष्ट्र की एक रिपोर्ट के अनुसार, TTP को “अफगान तालिबान से तार्किक और संचालनात्मक सहयोग” मिल रहा है।
पाकिस्तान के रक्षा मंत्री ख्वाजा मुहम्मद आसिफ ने हाल ही में संसद में कहा था कि “अफगान तालिबान से बातचीत विफल हो चुकी है। अब पाकिस्तान किसी भी सूरत में TTP के समर्थकों को बर्दाश्त नहीं करेगा।”
पिछले सप्ताह TTP ने उत्तर-पश्चिमी पाकिस्तान में हुए हमलों की जिम्मेदारी ली थी, जिनमें 20 सुरक्षा कर्मी और तीन नागरिक मारे गए थे।
🌍 बढ़ती सीमा झड़पें और भविष्य की चुनौती
विशेषज्ञों का मानना है कि यह टकराव दोनों देशों के बीच नए संघर्ष की शुरुआत हो सकता है। अफगान तालिबान के लिए यह राष्ट्रीय संप्रभुता का प्रश्न है, जबकि पाकिस्तान अपनी सीमाओं पर आतंकवाद को रोकने के दबाव में है।
इससे पहले भी दोनों देशों के बीच दुरंड रेखा को लेकर विवाद चलता रहा है, जिसे अफगानिस्तान कभी आधिकारिक सीमा के रूप में मान्यता नहीं देता।
