IIIT रायपुर के छात्र ने AI से बनाए 1000 से ज्यादा अश्लील फोटो, 36 सहपाठिनी छात्राओं की तस्वीरों का किया दुरुपयोग, पुलिस ने की गिरफ्तारी

IIIT Raipur student arrested for AI morphed obscene images: छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर स्थित IIIT (डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी इंटरनेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ इन्फॉर्मेशन टेक्नोलॉजी, नया रायपुर) का एक सनसनीखेज मामला सामने आया है। इलेक्ट्रॉनिक्स एंड कम्युनिकेशन इंजीनियरिंग के द्वितीय वर्ष के छात्र सैयद रहीम अदनान अली को पुलिस ने गिरफ्तार किया है। उस पर आरोप है कि उसने AI तकनीक का दुरुपयोग कर 36 छात्राओं की 1000 से ज्यादा आपत्तिजनक मॉर्फ्ड तस्वीरें तैयार कीं।

यह मामला 6 अक्टूबर को तब उजागर हुआ जब कई छात्राओं ने फैकल्टी से शिकायत की कि उनकी सोशल मीडिया तस्वीरों का AI की मदद से अश्लील रूप में संपादन किया गया है। जांच में पाया गया कि आरोपी ने छात्राओं की सार्वजनिक तस्वीरें डाउनलोड कर उन्हें डीपफेक सॉफ्टवेयर के जरिए आपत्तिजनक फोटो में बदल दिया और इन्हें अपने लैपटॉप, मोबाइल और पेन ड्राइव में सुरक्षित रखा था।


🎓 संस्थान की कार्रवाई और पुलिस जांच

शिकायत मिलते ही IIIT रायपुर प्रशासन ने तुरंत महिला प्रोफेसर की अध्यक्षता में फैक्ट-फाइंडिंग कमेटी गठित की। समिति ने आरोपी छात्र के सभी डिजिटल उपकरण जब्त कर लिए और उसे कॉलेज व हॉस्टल से निष्कासित कर दिया।

संस्थान के रजिस्ट्रार डॉ. श्रीनिवास के. जी. ने बताया कि “छात्र को 6 अक्टूबर को ही निष्कासित कर दिया गया था। अगले दिन पुलिस में औपचारिक शिकायत दर्ज की गई और सभी डिजिटल साक्ष्य सौंप दिए गए हैं।”

इसके बाद राखी थाना पुलिस और एंटी क्राइम एंड साइबर यूनिट की संयुक्त टीम ने कार्रवाई करते हुए आरोपी को उसके गृह जिले बिलासपुर से गिरफ्तार कर लिया। आरोपी ने पूछताछ में अपराध कबूल कर लिया है।


⚖️ कानूनी कार्रवाई

पुलिस ने इस मामले में भारतीय न्याय संहिता (BNS) की धारा 352 और सूचना प्रौद्योगिकी अधिनियम (IT Act) की धाराओं 66(G), 66(D), और 66(B) के तहत मामला दर्ज किया है। इन धाराओं के तहत डिजिटल उत्पीड़न, निजता का उल्लंघन और कंप्यूटर सिस्टम तक अनधिकृत पहुंच जैसे अपराधों पर सख्त सजा का प्रावधान है।

एएसपी विवेक शुक्ला ने बताया कि, “हमने IIIT प्रबंधन की लिखित शिकायत पर कार्रवाई की है। आरोपी को गिरफ्तार कर लिया गया है और सभी जब्त उपकरणों की फॉरेंसिक जांच की जाएगी।”


💬 AI तकनीक के दुरुपयोग पर चिंता

यह घटना AI और डीपफेक तकनीक के दुरुपयोग का ज्वलंत उदाहरण है। विशेषज्ञों का कहना है कि ऐसे मामलों में डिजिटल साक्ष्य की समय पर जांच और साइबर सुरक्षा कानूनों का सख्ती से पालन जरूरी है, ताकि महिलाओं की निजता की रक्षा की जा सके और अपराधियों को सजा मिल सके।

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