Gariyaband panchayat secretary suspended।
छत्तीसगढ़ के गरियाबंद जिले में ग्राम पंचायत बारूला के सचिव जोहितलाल ठाकुर को अनुशासनहीनता और शासकीय कार्यों में लापरवाही बरतने पर निलंबित कर दिया गया है। यह कार्रवाई जिला पंचायत गरियाबंद के मुख्य कार्यपालन अधिकारी श्री प्रखर चन्द्राकर द्वारा की गई है।
बताया गया है कि सचिव ठाकुर कार्यालय में नियमित रूप से अनुपस्थित रहते थे और आम नागरिकों को जन्म-मृत्यु प्रमाण पत्र जारी करने में लापरवाही बरत रहे थे। साथ ही, विद्यार्थियों को आय, जाति और निवास प्रमाण पत्र समय पर नहीं दिए जा रहे थे।
📋 प्रधानमंत्री आवास योजना और कर्मयोगी अभियान में उदासीनता
मुख्य कार्यपालन अधिकारी ने बताया कि ठाकुर ने प्रधानमंत्री आवास योजना (ग्रामीण) के कार्यों में रुचि नहीं ली। इसके साथ ही उन्होंने कर्मयोगी अभियान विजन 2030 के तहत तैयार की जाने वाली कार्ययोजना और एक्शन प्लान भी प्रस्तुत नहीं किया।
कार्यालय प्रमुख के निर्देशों की अवहेलना और सरकारी जिम्मेदारियों के प्रति उदासीन रवैया उनके खिलाफ कार्रवाई का मुख्य कारण बना।
🏢 अतिरिक्त प्रभार सौंपा गया
सचिव जोहितलाल ठाकुर के निलंबन के बाद ग्राम पंचायत तेन्दुबाय के सचिव द्वारिका प्रसाद राठौर को ग्राम पंचायत बारूला का अतिरिक्त प्रभार सौंपा गया है।
मुख्य कार्यपालन अधिकारी ने निर्देश दिए हैं कि ग्राम पंचायत के सभी कार्य नियमित रूप से संचालित किए जाएं और आम जनता को प्रमाण पत्रों के निर्गमन में किसी भी प्रकार की देरी न हो।
📌 प्रशासन की सख्त कार्यवाही का संदेश
जिला प्रशासन ने यह स्पष्ट किया है कि शासकीय कार्यों में लापरवाही या अनुशासनहीनता को किसी भी स्तर पर बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।
इस निलंबन से अन्य पंचायत सचिवों और कर्मियों को भी यह संदेश गया है कि अपने कर्तव्यों में लापरवाही बरतने वालों पर सख्त कार्रवाई की जाएगी।
🧩 मानव पहलू और स्थानीय प्रभाव
स्थानीय ग्रामीणों ने कहा कि सचिव के नियमित अनुपस्थित रहने से ग्राम पंचायत के कई काम रुके पड़े थे — जैसे प्रमाण पत्रों का निर्गमन और योजनाओं की निगरानी।
अब उम्मीद जताई जा रही है कि नए प्रभारी सचिव के आने से कार्यालयीन कामकाज में तेजी आएगी और जनता को समय पर सेवाएँ मिलेंगी।
