Israel Hamas ceasefire deal — एक ऐतिहासिक कदम में, इज़राइल की कैबिनेट ने अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की मध्यस्थता में तैयार गाज़ा युद्धविराम योजना को मंजूरी दे दी है, जिसके तहत हमास सभी बचे हुए इज़राइली बंधकों को रिहा करेगा। समाचार एजेंसी एपी के अनुसार, यह समझौता आने वाले घंटों में लागू होगा और इज़राइली सेना को 24 घंटे के भीतर तय स्थानों तक पीछे हटना होगा।
प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू के कार्यालय से जारी संक्षिप्त बयान में कहा गया कि कैबिनेट ने बंधकों की रिहाई से जुड़े “रूपरेखा” को मंजूरी दी है। हालांकि, योजना के अन्य विवादास्पद हिस्सों जैसे हमास के निरस्त्रीकरण और गाज़ा प्रशासन के भविष्य पर अभी स्पष्टता नहीं है।
युद्ध का मानवीय चेहरा
यह युद्ध 7 अक्टूबर 2023 को हमास के हमले से शुरू हुआ था, जिसमें लगभग 1,200 लोगों की मौत हुई और 251 बंधक बनाए गए थे। इसके जवाब में इज़राइल के जवाबी हमलों में 67,000 से अधिक फिलिस्तीनी मारे गए, जिनमें आधे से ज़्यादा महिलाएं और बच्चे थे। गाज़ा का बड़ा हिस्सा अब खंडहरों में बदल चुका है।
गाज़ा सिटी में गुरुवार रात भी बमबारी जारी रही, जिसमें कम से कम दो लोगों की मौत हुई और 40 से ज़्यादा लोग मलबे में दबे बताए गए।
हमास की शर्तें
हमास के वरिष्ठ नेता खलील अल-हय्या ने बयान में कहा कि इस समझौते के तहत इज़राइल 2,000 फिलिस्तीनी कैदियों को रिहा करेगा, मिस्र सीमा पर रफ़ा क्रॉसिंग खोलेगा और मानवीय सहायता की आपूर्ति फिर शुरू करेगा। उन्होंने कहा,
“हम आज यह घोषणा करते हैं कि हमने अपने लोगों के खिलाफ युद्ध और हमले को समाप्त करने के लिए समझौता कर लिया है।”
अंतरराष्ट्रीय निगरानी और सहायता
अमेरिकी अधिकारियों के अनुसार, करीब 200 अमेरिकी सैनिकों की टीम इज़राइल में तैनात की जाएगी, जो इस युद्धविराम की निगरानी करेगी। संयुक्त राष्ट्र के मानवीय प्रमुख टॉम फ्लेचर ने बताया कि लगभग 1.7 लाख मीट्रिक टन राहत सामग्री गाज़ा भेजने के लिए तैयार है।
समझौते का अगला चरण
समझौते पर औपचारिक हस्ताक्षर मिस्र में होंगे। इसके बाद हमास सभी जीवित बंधकों को रिहा करेगा और इज़राइली सेना चरणबद्ध रूप से पीछे हटेगी। इज़राइल अपनी सीमा सुरक्षा बनाए रखेगा जबकि आंतरिक सुरक्षा की ज़िम्मेदारी अरब और मुस्लिम देशों की अंतरराष्ट्रीय बलों को दी जाएगी।
भविष्य में फिलिस्तीनी अथॉरिटी को शासन की भूमिका मिल सकती है, लेकिन ट्रंप की योजना में इसे लेकर स्पष्ट विवरण नहीं है। नेतन्याहू अब भी स्वतंत्र फिलिस्तीनी राज्य के विचार का विरोध करते हैं।
मानवीय उम्मीद की किरण
गाज़ा में लोग जहां अपने प्रियजनों की मौत पर शोक मना रहे हैं, वहीं युद्धविराम की खबर ने थोड़ी राहत दी है। इज़राइल में बंधक परिवारों ने खुशी जताई — “आख़िरकार हमारे अपनों के लौटने की उम्मीद जगी है।”
