दुर्ग (छत्तीसगढ़)। जन समर्पण सेवा संस्था द्वारा मजबूर व जरूरतमंदों को प्रतिदिन भोजन करवाने के 1200 दिन पूरे कर लिए हैं। संस्था द्वारा मानव सेवा का यह कार्य रेलवे स्टेशन दुर्ग से1 जनवरी 2017 से प्रारंभ किया था। जो निरंतर जारी है। संस्था के युवाओं द्वारा प्रतिदिन 60-से 70 लोगो को निःशुल्क भोजन के साथ साथ उनकी जरूरत की सामाग्री जिसमें विकलांगों को ट्रायसिकल, बैसाखी, व्हीलचेयर, कम्मोट चेयर, जरूरतमंदों को कम्बल, बर्तन, दवाई, रेनकोट, छाता जैसी विभिन्न सामाग्री भी निःशुल्क उपलब्ध काराती आ रही है।
सेवा के 1200 दिन पूरे होने पर संस्था द्वारा सभी सहयोगियों को बधाई एवं आभार प्रेषित किया गया। आज दुर्ग रेल्वे स्टेशन एवं शहर के विभिन्न स्थानों में घूम-घूमकर सैकड़ों गरीब, असहाय, विकलांग, अनाथ जनों के साथ साथ आप जनता को भी भोजन वितरण किया गया, साथ ही साथ आज गौ सेवा करते हुए शहर में सैकड़ों गायों को गुड़, चना, रोटी खिलाया गया।
14 अप्रेल को संस्था की इस भोजन सेवा का 1200 दिवस एवं लॉकडाउन में भोजन सेवा का 21 दिवस पूर्ण करने पर संस्था द्वारा प्रातः 11 बजे से 2 बजे तक शहर के विभिन्न स्थानों में जाकर लगभग 300 एवं रात्रि 8 बजे से 10 बजे तक लगभग 250 गरीब, असहाय एवं जरूरतमंदों को दूर दूर बैठाकर भोजन कराया गया।
भोजन सेवा को 1200 दिवस पूर्ण होने के अवसर पर दुर्ग शहर के विधायक अरुण वोरा, धीरज बाकलीवाल (महापौर, दुर्ग), इंद्रजीत बर्मन (आयुक्त, दुर्ग) ने संस्था के सभी सदस्यों को बंटी शर्मा के मोबाइल फोन पर वीडियो कॉल करके बधाई दी। इसके अलावा निगम सभापति राजेश यादव के साथ सुरेंद्र शर्मा अध्यक्ष ब्राम्हण समाज, दुर्ग कृष्ण भवन स्थल (रसोई घर) में उपस्थित होकर संस्था के सभी सदस्यों को 1200 दिवस पूर्ण होने पर बधाई दी एवं संस्था को हर संभव मदद करने की घोषना की। भोजन सेवा में प्रतिदिन शिशु शुक्ला, आशीष मेश्राम, संजय सेन, प्रकाश कश्यप, राजेन्द्र ताम्रकार, ईश्वर साहू, राकेश मिश्रा, दीपक धर्मगुढी, आकाश राजपूत, शंकर राउत, पूनम नागरे, कमल नामदेव, नितेश यादव, रवि राजपूत, एवं अन्य संस्था के सदस्य सेवा दे रहे है।