रायपुर, 1 अक्टूबर 2025। छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय ने आज मंत्रालय महानदी भवन में विभागीय सचिवों और विभागाध्यक्षों की मैराथन बैठक ली। इस दौरान उन्होंने राज्य के सर्वांगीण विकास और बेहतर प्रशासनिक व्यवस्था के लिए कई महत्वपूर्ण निर्देश दिए।
बैठक में मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को प्रेरित करते हुए कहा कि “विकसित छत्तीसगढ़” के सपने को साकार करने के लिए विभागीय समन्वय और टीम भावना के साथ कार्य करना आवश्यक है। उन्होंने कहा कि जनता की समस्याओं का त्वरित निराकरण और पारदर्शिता प्रशासन की प्राथमिकता होनी चाहिए।
मुख्यमंत्री ने पूंजीगत व्यय की गति तेज करने पर जोर देते हुए कहा कि इससे राज्य की आधारभूत संरचना मज़बूत होगी और दीर्घकालिक विकास की नींव रखी जाएगी। जिन विभागों का खर्च पिछले वर्ष की तुलना में कम है, उन्हें तत्काल सुधार के निर्देश दिए गए।
उन्होंने बताया कि प्रदेश के रजत जयंती वर्ष को “अटल निर्माण वर्ष” के रूप में मनाया जा रहा है और इस बार बजट में पिछले साल की तुलना में 18% अधिक प्रावधान किया गया है। मुख्यमंत्री ने साफ कहा कि स्वीकृत कार्यों की प्रशासनिक मंजूरी और टेंडर समय पर जारी हों, ताकि निर्माण कार्यों में कोई देरी न हो।
बैठक में उन्होंने सड़कों के रखरखाव, जेम पोर्टल से की जाने वाली खरीदी में पारदर्शिता और अनियमितताओं पर सख्त कार्रवाई पर भी विशेष बल दिया।

ई-ऑफिस और बायोमैट्रिक अटेंडेंस पर फोकस
मुख्यमंत्री साय ने प्रसन्नता व्यक्त की कि अधिकांश विभागों में ई-ऑफिस प्रणाली लागू हो चुकी है, शेष विभागों को दिसंबर 2025 तक इसे अनिवार्य रूप से लागू करने के निर्देश दिए।
साथ ही, मंत्रालय में 1 दिसंबर से बायोमैट्रिक अटेंडेंस प्रणाली शुरू करने की घोषणा की। यह व्यवस्था उप सचिव स्तर से लेकर वरिष्ठ अधिकारियों तक लागू होगी।
जनता की समस्याओं को धैर्य से सुनें
मुख्यमंत्री ने सचिवों से कहा कि वे जनता की समस्याओं को धैर्यपूर्वक सुनें और उनके निराकरण में सक्रिय रहें। प्रभारी सचिवों को अपने जिलों का हर दो माह में दौरा कर योजनाओं की प्रगति की समीक्षा करने को कहा गया।
बैठक में मुख्य सचिव श्री विकास शील, अपर मुख्य सचिव श्री मनोज कुमार पिंगुआ, अपर मुख्य सचिव श्रीमती ऋचा शर्मा, मुख्यमंत्री के प्रमुख सचिव श्री सुबोध कुमार सिंह, सचिव श्री पी. दयानंद, श्री राहुल भगत, ऊर्जा सचिव श्री रोहित यादव सहित सभी विभागीय सचिव और विभागाध्यक्ष उपस्थित रहे।
