रायपुर, 01 अक्टूबर 2025।
मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय ने अंतर्राष्ट्रीय वृद्धजन दिवस के राज्य स्तरीय आयोजन में कहा कि “वृद्धजन हमारे मार्गदर्शक और अमूल्य संस्कृति के वाहक हैं। उनकी देखभाल सरकार और समाज दोनों की साझा जिम्मेदारी है।”
राजधानी रायपुर के इंदिरा गांधी कृषि विश्वविद्यालय परिसर स्थित कृषि मंडपम में आयोजित इस विशेष कार्यक्रम में मुख्यमंत्री ने बुजुर्गों को शॉल और श्रीफल भेंट कर सम्मानित किया। उन्होंने इस मौके पर कई महत्वपूर्ण घोषणाएँ कीं, जिनमें शामिल हैं:
- राजधानी रायपुर में दिव्यांगजनों के सहायक उपकरणों की रिपेयरिंग के लिए सर्विस सेंटर की स्थापना।
- रायपुर, बिलासपुर, कोरबा और दुर्ग में पीपीपी मॉडल पर सर्वसुविधायुक्त वृद्धाश्रमों का निर्माण।
- पूरे राज्य में 25 नशामुक्ति रथों को रवाना कर नशामुक्त भारत अभियान को नई दिशा देना।

मुख्यमंत्री ने कहा,
“माता-पिता और बुजुर्गों की सेवा ही सच्ची ईश्वर पूजा है। हमें यह नहीं भूलना चाहिए कि आज हमारे बुजुर्ग जिस अवस्था में हैं, कल हम भी उसी अवस्था में होंगे।”
बुजुर्गों के लिए चल रही योजनाएँ
- राज्य की पेंशन योजनाओं से 14 लाख बुजुर्ग लाभान्वित।
- आयुष्मान भारत और शहीद वीर नारायण सिंह स्वास्थ्य सहायता योजना के तहत 8 लाख से अधिक बुजुर्गों को निःशुल्क इलाज।
- मुख्यमंत्री तीर्थयात्रा योजना और श्री रामलला दर्शन योजना से 50 हजार से अधिक वरिष्ठजन लाभान्वित।
- 35 वृद्धाश्रमों में 1049 वरिष्ठ नागरिकों की देखभाल और 6 जिलों में प्रशामक देखरेख गृह संचालित।
- विभागीय हेल्पलाइन से 54 हजार से अधिक वरिष्ठजनों की समस्याओं का समाधान।
कार्यक्रम की विशेष झलक
मंच पर छत्तीसगढ़ी लोकगीत और नृत्य की प्रस्तुति ने वातावरण को जीवंत बना दिया। स्वास्थ्य जांच शिविर में आए वरिष्ठजनों ने चिकित्सा सुविधा का लाभ उठाया। मुख्यमंत्री की अपील ने लोगों को भावुक कर दिया—”आइए, हम सब मिलकर बुजुर्गों का सम्मान करें और उनके जीवन को अधिक सुरक्षित और खुशहाल बनाएं।”
पर्यटन साथी पहल
कार्यक्रम के दौरान ईज़ माई ट्रिप और जिला प्रशासन रायपुर के बीच “पर्यटन साथी” पहल के लिए एमओयू पर हस्ताक्षर हुए। इस पहल के तहत युवाओं को आईटीआई सड्डू में तीन महीने का टूर गाइड प्रशिक्षण दिया जाएगा, जिसमें प्रति बैच 50 युवाओं को शामिल किया जाएगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि इस पहल से पर्यटन को बढ़ावा मिलेगा और रोजगार के नए अवसर खुलेंगे।
