लेह: लद्दाख में राज्य का दर्जा और विशेष अधिकारों की मांग को लेकर हुए हिंसक प्रदर्शनों के बीच प्रसिद्ध पर्यावरण कार्यकर्ता सोनम वांगचुक को पुलिस ने शुक्रवार को गिरफ्तार कर लिया। दो दिन पहले हुए बवाल में चार लोगों की मौत हो गई थी और कई इमारतों व पुलिस वाहनों को भी आग के हवाले कर दिया गया था।
जानकारी के अनुसार, बुधवार को वांगचुक का 14 दिन का आमरण अनशन खत्म होने के बाद हजारों लोग सड़कों पर उतरे। प्रदर्शनकारियों और पुलिस के बीच भिड़ंत हुई, जिसमें पुलिस ने गोली चलाने का दावा “आत्मरक्षा” में किया।
पुलिस सूत्रों ने बताया कि वांगचुक को उस समय गिरफ्तार किया गया जब वे प्रेस कॉन्फ्रेंस करने वाले थे। गृह मंत्रालय ने उन पर “उकसाने वाले बयानों” से लोगों को भड़काने का आरोप लगाया है और उनकी संस्था स्टूडेंट्स एजुकेशनल एंड कल्चरल मूवमेंट ऑफ लद्दाख (SECMOL) का लाइसेंस भी रद्द कर दिया है।
लेह और आसपास के कई इलाकों में कर्फ्यू लगा दिया गया है। साथ ही प्रशासन ने मोबाइल इंटरनेट सेवाएं एहतियातन बंद कर दी हैं। दर्जनों लोग घायल हुए हैं, जिनमें पुलिसकर्मी और सुरक्षाकर्मी भी शामिल हैं।
वहीं, वांगचुक ने सभी आरोपों को नकारते हुए कहा कि हिंसक प्रदर्शन जनता की गहरी निराशा और असंतोष का प्रतीक हैं। उन्होंने कहा कि 2019 में जब मोदी सरकार ने जम्मू-कश्मीर को विभाजित कर लद्दाख को केंद्र शासित प्रदेश बना दिया, तभी से यहां के लोग अपनी पहचान और अधिकार खोने की आशंका से परेशान हैं।
स्थानीय लोगों की मांग है कि उन्हें नौकरी में आरक्षण, क्षेत्र को विशेष दर्जा और निर्वाचित स्थानीय निकाय का गठन मिले, ताकि जनजातीय क्षेत्रों की सुरक्षा और पहचान बनी रहे। केंद्र और लद्दाख के नेताओं के बीच इस मुद्दे पर 2023 से बातचीत चल रही है और अगली बैठक 6 अक्टूबर को होनी है।
📌 फीचर्ड स्निपेट Q&A सेक्शन
Q1: सोनम वांगचुक को क्यों गिरफ्तार किया गया?
👉 लद्दाख में राज्य का दर्जा और विशेष अधिकार की मांग को लेकर हुए हिंसक प्रदर्शनों के बाद पुलिस ने सोनम वांगचुक को गिरफ्तार किया। सरकार का आरोप है कि उन्होंने उकसाने वाले बयान देकर लोगों को भड़काया।
Q2: लद्दाख में हिंसा कब और कहां हुई?
👉 25 सितंबर को लेह में वांगचुक के अनशन समाप्त होने के बाद हजारों लोग सड़कों पर उतरे। इस दौरान पुलिस और प्रदर्शनकारियों के बीच झड़प हुई, जिसमें पुलिस ने फायरिंग की और चार लोगों की मौत हो गई।
Q3: लेह में इंटरनेट सेवा क्यों बंद की गई?
👉 हिंसा और बवाल के बाद प्रशासन ने एहतियातन लेह और आसपास के इलाकों में मोबाइल इंटरनेट सेवाएं बंद कर दीं, ताकि अफवाहें न फैलें और हालात काबू में रहें।
Q4: लद्दाख की जनता की मुख्य मांगें क्या हैं?
👉 जनता राज्य का दर्जा, नौकरियों में आरक्षण, विशेष दर्जा और निर्वाचित स्थानीय निकाय की मांग कर रही है, ताकि क्षेत्र की जनजातीय पहचान और अधिकार सुरक्षित रह सकें।
Q5: लद्दाख पर अगली बैठक कब होगी?
👉 केंद्र सरकार और स्थानीय नेताओं के बीच अगली बैठक 6 अक्टूबर को प्रस्तावित है, जिसमें राज्य का दर्जा और आरक्षण से जुड़ी मांगों पर चर्चा होगी।
