दुर्ग पुलिस लगातार साइबर अपराधियों पर शिकंजा कस रही है। इसी अभियान के तहत सुपेला थाना क्षेत्र से दो आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है, जो अपने बैंक खातों को म्यूल अकाउंट बनाकर ऑनलाइन ठगी की रकम प्राप्त करने का काम कर रहे थे।
पहला आरोपी – तुषार बड़गईया
पुलिस को गृह मंत्रालय के समन्वय पोर्टल से सूचना मिली कि बैंक ऑफ इंडिया शाखा सुपेला में खोला गया एक खाता साइबर ठगी के लिए उपयोग किया जा रहा है। जांच में सामने आया कि यह खाता तुषार बड़गईया (21 वर्ष), निवासी संजय नगर, सुपेला का है।
- खाते में 16 सितंबर 2024 से 14 मार्च 2025 तक ₹4,99,393 की संदिग्ध रकम जमा हुई।
- यह रकम विभिन्न ऑनलाइन ठगी से आई थी।
- आरोपी ने जानबूझकर अपना खाता अपराधियों को उपलब्ध कराया।
पुलिस ने तुषार के खिलाफ अपराध क्रमांक 1138/2025 दर्ज किया और धारा 317(2), 318(4) बीएनएस के तहत मामला कायम कर उसे गिरफ्तार कर न्यायिक रिमांड पर भेज दिया।
दूसरा आरोपी – शक्ति महानंद
इसी तरह, एक अन्य मामले में पुलिस ने शक्ति महानंद (33 वर्ष), निवासी शंकर पारा उड़िया मोहल्ला, सुपेला को गिरफ्तार किया।
- आरोपी ने बैंक ऑफ इंडिया सुपेला शाखा में खाता खोलकर साइबर ठगी की रकम अपने खाते में प्राप्त की।
- 20 दिसंबर 2024 से 3 जनवरी 2025 के बीच उसके खाते में ₹38,937 की ठगी की रकम जमा हुई।
पुलिस ने उसके खिलाफ अपराध क्रमांक 1143/2025 दर्ज कर कार्रवाई की और न्यायिक रिमांड पर भेज दिया।
पुलिस की चेतावनी
दुर्ग पुलिस ने आम नागरिकों को चेतावनी दी है कि अपने बैंक खाते किसी भी व्यक्ति को उपयोग के लिए उपलब्ध न कराएं। ऐसा करना साइबर अपराध में भागीदारी माना जाएगा और कठोर कानूनी कार्रवाई का सामना करना पड़ सकता है।
