दुर्ग के वृंदावन होटल में सोमवार को पीएम सूर्यघर मुफ्त बिजली योजना और पीएम-कुसुम योजना पर एक विस्तृत कार्यशाला आयोजित की गई। इस कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में स्कूल शिक्षा मंत्री गजेन्द्र यादव शामिल हुए। कार्यशाला का उद्देश्य आम नागरिकों और किसानों को सौर ऊर्जा योजनाओं की जानकारी देना और उन्हें आत्मनिर्भर बनने के लिए प्रोत्साहित करना था।
मंत्री श्री यादव ने अपने संबोधन में कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की दूरदृष्टि से शुरू की गई इन योजनाओं का मकसद देश के नागरिकों को “बिजली उपभोक्ता से ऊर्जा उत्पादक” बनाना है। उन्होंने बताया कि पीएम सूर्यघर योजना के तहत आवासीय भवनों पर रूफटॉप सोलर पैनल लगाए जा रहे हैं, जिससे लोग न सिर्फ अपनी बिजली की जरूरत पूरी कर सकते हैं बल्कि अतिरिक्त बिजली बेचकर आय भी अर्जित कर सकते हैं।
उन्होंने किसानों से पीएम-कुसुम योजना का लाभ उठाने की अपील करते हुए कहा कि सौर ऊर्जा आधारित पंपों से खेती करने से खर्च कम होगा और किसान पर्यावरण संरक्षण में भी योगदान देंगे।
इस अवसर पर सांसद विजय बघेल ने कहा कि मोदी सरकार की हर योजना जनहित और राष्ट्रहित से प्रेरित है। उन्होंने कहा कि बढ़ती आबादी और पर्यावरण संकट के बीच सौर ऊर्जा ही स्थायी समाधान है। कार्यक्रम के दौरान उन्होंने और विधायक ललित चंद्राकर ने सूर्य रथ को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया।
विधायक ललित चंद्राकर ने कहा कि भारत आज तेजी से ग्रीन एनर्जी की दिशा में आगे बढ़ रहा है और इसका श्रेय प्रधानमंत्री मोदी को जाता है। उन्होंने कहा कि हजारों लोग आज अपने घरों पर सोलर पैनल लगाकर न सिर्फ अपनी जरूरतें पूरी कर रहे हैं बल्कि अतिरिक्त बिजली बेचकर आय भी कमा रहे हैं।
कार्यक्रम में 10 लाभार्थियों को पीएम सूर्यघर योजना और 08 लाभार्थियों को पीएम-कुसुम योजना के तहत सम्मानित किया गया। जीआईजेड इंडिया के प्रतिनिधि श्री निलांजन घोष ने प्रतिभागियों को योजनाओं से जुड़ी तकनीकी जानकारी दी और सवाल-जवाब सत्र भी आयोजित हुआ।
इस मौके पर विद्युत विभाग के वरिष्ठ अधिकारी, सीएसपीडीसीएल निदेशक आर.ए. पाठक, अन्य जनप्रतिनिधि और बड़ी संख्या में नागरिक मौजूद रहे।

