नई दिल्ली। हफ्ते के पहले दिन सोमवार को घरेलू शेयर बाजार लाल निशान पर बंद हुआ। लगातार दूसरे दिन सेंसेक्स और निफ्टी में गिरावट दर्ज की गई। वजह रही अमेरिका में ट्रंप प्रशासन का नया आदेश, जिसके तहत नए H-1B वीज़ा पर $1 लाख (लगभग ₹83 लाख) शुल्क लगाने की घोषणा की गई। इस खबर से आईटी सेक्टर के शेयरों में भारी बिकवाली हुई, जिसका असर पूरे बाजार पर दिखा।
क्या हुआ बाजार में?
- निफ्टी 125 अंक गिरकर 25,202 पर बंद हुआ।
- सेंसेक्स 466 अंक लुढ़ककर 82,160 पर आ गया।
- निवेशक पूरे दिन असमंजस में रहे—सुबह की कमजोर शुरुआत के बाद बाजार ने थोड़ी रिकवरी की, लेकिन दोपहर में मुनाफावसूली बढ़ने से फिर गिरावट आ गई।
सबसे ज्यादा नुकसान किसे हुआ?
आईटी कंपनियां टॉप लूज़र रहीं।
- टेक महिंद्रा – 3% की गिरावट
- टीसीएस – 2.96% टूटा
- इन्फोसिस – 2.55% गिरा
विप्रो, एचसीएल टेक और सिप्ला भी 1.5%-2% टूटे।
कौन बने टॉप गेनर?
- अदाणी एंटरप्राइजेज – 3.98% की बढ़त के साथ टॉप गेनर
- ईटरनल, बजाज फाइनेंस, अदाणी पोर्ट्स और अल्ट्राटेक सीमेंट – 1.1% से 1.6% चढ़े
सेक्टोरल हालात
- आईटी इंडेक्स – 2.95% टूटा
- फार्मा – 1.41% गिरा
- बैंक, ऑटो और FMCG इंडेक्स भी लाल निशान में रहे, बावजूद इसके कि आज से नई जीएसटी दरें लागू हुईं।
- मीडिया और मेटल शेयरों में तेजी रही।
अन्य प्रमुख झलकियां
- वोडाफोन आइडिया सबसे ज्यादा ट्रेड होने वाला शेयर रहा (88.69 करोड़ शेयरों का लेनदेन)।
- NSE पर 5 स्टॉक्स 20% ऊपरी सर्किट में बंद हुए—जिनमें अदाणी पावर और अदाणी टोटल गैस शामिल हैं।
- 107 स्टॉक्स 52-सप्ताह की ऊंचाई पर पहुंचे, जबकि 53 नए निचले स्तर पर।
तकनीकी संकेत
विश्लेषकों के मुताबिक, निफ्टी की शॉर्ट-टर्म सपोर्ट 25,050 पर है। यदि यह स्तर टूटता है तो गिरावट 24,800 तक जा सकती है। वहीं, ऊपर की ओर 25,250 के पार जाते ही फिर से तेजी लौट सकती है।
