तिरुवनंतपुरम। केरल इस समय एक गंभीर स्वास्थ्य संकट से जूझ रहा है। राज्य में Naegleria Fowleri यानी “ब्रेन-ईटिंग अमीबा” के संक्रमण ने अब तक 69 लोगों को अपनी चपेट में ले लिया है, जिनमें से 19 की मौत हो चुकी है। राज्य की स्वास्थ्य मंत्री वीणा जॉर्ज ने विधानसभा में यह जानकारी दी।
📌 कैसे फैलता है संक्रमण
यह सूक्ष्म अमीबा गर्म मीठे पानी में पाया जाता है—जैसे तालाब, झीलें और नदियाँ। यह नाक के जरिए शरीर में प्रवेश करता है और सीधे मस्तिष्क तक पहुँच जाता है। संक्रमण के बाद मरीज को प्राइमरी अमीबिक मेनिंगोएन्सेफलाइटिस (PAM) नामक बीमारी हो जाती है, जो बेहद दुर्लभ लेकिन लगभग हमेशा जानलेवा होती है। संक्रमण के 3 से 7 दिनों में मरीज की मौत हो जाती है।
📌 सांत्वना देने वाली बात क्या है
- यह समुद्री खारे पानी में नहीं पनपता।
- यह संक्रामक नहीं है, यानी व्यक्ति से व्यक्ति तक नहीं फैलता।
📌 जांच और रोकथाम की चुनौती
पिछले साल जहां मामले एक ही जलस्रोत से जुड़े मिले थे, इस बार अधिकतर मामले अलग-अलग स्थानों से सामने आ रहे हैं। इससे स्वास्थ्य विभाग की जांच और रोकथाम की प्रक्रिया और कठिन हो गई है।
📌 लोगों में बढ़ी चिंता
स्थानीय निवासी अब खुले पानी के स्रोतों से दूरी बना रहे हैं। विशेषज्ञों ने लोगों को साफ और सुरक्षित पानी का इस्तेमाल करने तथा तैराकी के दौरान विशेष सावधानी बरतने की सलाह दी है।
