दुर्ग। भिलाई के कैंप-2 क्षेत्र के रहने वाले इंजीनियर भाई सुभाष और विष्णु शाह के अपहरण का मामला शुक्रवार रात अचानक नया मोड़ ले आया। जिस घटना को अपहरण माना जा रहा था, वह दरअसल फर्जी निकली।
दुर्ग पुलिस ने देर रात 9:30 बजे अपने व्हाट्सऐप ग्रुप में खुलासा किया कि दोनों भाइयों को उत्तर प्रदेश पुलिस ने धोखाधड़ी के मामले में गिरफ्तार किया है।
क्या था मामला?
11 सितंबर को छावनी थाने में शिकायत दर्ज कराई गई थी कि चार लोग यूपी नंबर प्लेट की एक अर्टिका कार में आए और भिलाई के सुभाष चौक से दोनों भाइयों को जबरदस्ती कार में बैठाकर ले गए। परिजनों ने इसे अपहरण मानकर रिपोर्ट दर्ज कराई।
लेकिन जांच में सामने आया कि अंबेडकर नगर जिले के राजे सुल्तानपुर थाना पुलिस ने दोनों भाइयों को ठगी के मामले में पकड़ा है।
यूपी पुलिस का दावा
पुलिस का कहना है कि दोनों भाइयों ने फर्जी नौकरी और वीजा के नाम पर करीब 80 लाख रुपये की ठगी की है। कई लोगों को विदेश, खासकर इजरायल भेजने का झांसा दिया गया और नकली वीजा व फ्लाइट टिकट थमा दिए गए। यह गिरोह एक बड़े नेटवर्क से जुड़ा बताया जा रहा है।
सवालों के घेरे में पुलिस की कार्यशैली
इस घटनाक्रम के बाद दुर्ग पुलिस की कार्यप्रणाली पर सवाल उठ रहे हैं। लोगों का कहना है कि यदि यूपी पुलिस युवकों को गिरफ्तार करने आई थी तो इसकी जानकारी पहले से दुर्ग पुलिस को क्यों नहीं दी गई? अचानक अपहरण जैसी स्थिति बनने से स्थानीय लोगों और परिवार में भारी दहशत फैल गई।
अब जबकि मामला ठगी का निकला है, पुलिस दोनों भाइयों के खिलाफ यूपी पुलिस की जांच पर नजर बनाए हुए है।
