ट्रंप-मोदी की नज़दीकियाँ खत्म: जॉन बोल्टन का खुलासा

वॉशिंगटन, 5 सितम्बर 2025।
अमेरिका के पूर्व राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार (NSA) जॉन बोल्टन ने दावा किया है कि पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के बीच कभी बेहद करीबी रिश्ते हुआ करते थे, लेकिन अब वह दौर खत्म हो गया है। बोल्टन ने चेतावनी दी कि किसी भी विश्व नेता के लिए ट्रंप से निजी स्तर पर घनिष्ठ संबंध बनाना पर्याप्त नहीं है, क्योंकि इससे उन्हें “बुरे नतीजों” से बचाव नहीं मिलेगा।

ब्रिटिश मीडिया पोर्टल LBC को दिए एक इंटरव्यू में बोल्टन ने कहा – “ट्रंप अंतरराष्ट्रीय संबंधों को नेताओं के साथ अपने व्यक्तिगत समीकरण के चश्मे से देखते हैं। अगर उनका रिश्ता व्लादिमीर पुतिन से अच्छा है तो वह मान लेते हैं कि अमेरिका और रूस के बीच रिश्ते भी अच्छे हैं, जबकि हकीकत कुछ और होती है।”

उन्होंने आगे कहा – “ट्रंप का मोदी के साथ बहुत अच्छा व्यक्तिगत रिश्ता था। लेकिन अब वह खत्म हो चुका है। यह सबके लिए, जैसे ब्रिटेन के प्रधानमंत्री कीर स्टार्मर के लिए भी, एक सबक है कि निजी रिश्ते मदद कर सकते हैं, मगर वे आपको सबसे बुरी परिस्थितियों से नहीं बचा सकते।”

बोल्टन ने आरोप लगाया कि ट्रंप प्रशासन की नीतियों ने भारत-अमेरिका संबंधों को दशकों पीछे धकेल दिया और पीएम मोदी को रूस और चीन के और करीब पहुंचा दिया। उनके अनुसार, बीजिंग ने खुद को अमेरिका के विकल्प के रूप में पेश किया है और ट्रंप की नीतियों ने अनजाने में उसे मजबूत स्थिति दे दी है।

बोल्टन ने कहा कि भारत पर ट्रंप सरकार द्वारा लगाए गए टैरिफ और लगातार आलोचना ने द्विपक्षीय रिश्तों में तनाव बढ़ा दिया। उन्होंने इसे एक “अनफोर्स्ड एरर” (स्वयं की गलती) बताते हुए कहा कि अमेरिका के पिछले कई दशकों के प्रयास – जिनका उद्देश्य भारत को रूस से दूर कर चीन को उसकी सबसे बड़ी सुरक्षा चुनौती मानने के लिए तैयार करना था – अब उलट गए हैं।

हालांकि बोल्टन ने उम्मीद जताई कि इन रिश्तों को फिर से पटरी पर लाया जा सकता है, लेकिन फिलहाल इसे उन्होंने “बहुत बुरा दौर” बताया।

गौरतलब है कि डोनाल्ड ट्रंप 17 से 19 सितम्बर तक ब्रिटेन की यात्रा पर रहेंगे। इसी बीच, हाल ही में एफबीआई ने बोल्टन के मैरीलैंड स्थित घर और वॉशिंगटन स्थित दफ़्तर की तलाशी भी ली है, जो कथित गोपनीय दस्तावेजों के गलत इस्तेमाल की जांच का हिस्सा है।