रायपुर, 03 सितम्बर 2025।
छत्तीसगढ़ में बीज निगम से जुड़े कथित फंड गबन घोटाले को लेकर प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने बुधवार सुबह ताबड़तोड़ छापेमारी की। रायपुर, दुर्ग, बिलासपुर और आसपास के जिलों में एक साथ की गई इस कार्रवाई में 18 से अधिक ठिकाने जांच के दायरे में आए।
सूत्रों के मुताबिक, ईडी को आशंका है कि बीज निगम के माध्यम से सरकारी फंड का दुरुपयोग हुआ है। बीजों की खरीद, सप्लाई और वितरण की पूरी प्रक्रिया में ठेकेदारों और बिचौलियों की मिलीभगत से करोड़ों रुपये के गबन का खेल रचा गया। इसी आधार पर ईडी ने ठेकेदारों, सप्लायरों और बिचौलियों के दफ्तरों और आवासों पर छापेमारी की।
ईडी की टीम सुबह से ही सक्रिय रही और पुलिस बल की मौजूदगी में अलग-अलग स्थानों पर दस्तावेज़ों की जांच की गई। कार्रवाई के दौरान कई महत्वपूर्ण कागजात और डिजिटल डिवाइस जब्त किए जाने की खबर है।
इस कार्रवाई से प्रदेश के राजनीतिक गलियारों में हलचल तेज हो गई है। विपक्ष ने इसे “भ्रष्टाचार का खुलासा” बताते हुए सरकार पर सवाल उठाए हैं, वहीं सत्ता पक्ष का कहना है कि जांच एजेंसी को निष्पक्ष रूप से काम करना चाहिए और किसी भी तरह की जल्दबाजी में निष्कर्ष नहीं निकालना चाहिए।
स्थानीय नागरिकों और किसानों के बीच यह चर्चा गर्म है कि बीज निगम से जुड़े फंड वास्तव में किस तरह इस्तेमाल हुए। किसानों का कहना है कि अगर बीजों की सप्लाई में घोटाला हुआ है, तो इसका खामियाजा सीधे उन्हें भुगतना पड़ा है।
जांच अभी शुरुआती दौर में है और ईडी की टीमें कई दस्तावेज़ों को खंगाल रही हैं। आने वाले दिनों में यह कार्रवाई राज्य की राजनीति और प्रशासन दोनों पर बड़ा असर डाल सकती है।
