रायपुर, 01 सितम्बर 2025। राजधानी रायपुर में सड़क सुरक्षा को लेकर बड़ा कदम उठाया गया है। अब अगर आप दोपहिया वाहन से पेट्रोल भरवाने जाएंगे तो हेलमेट पहनना अनिवार्य होगा। इसी तरह चारपहिया वाहन चालकों को सीट बेल्ट लगाए बिना पेट्रोल नहीं मिलेगा। यह सख्त फैसला छत्तीसगढ़ पेट्रोलियम डीलर एसोसिएशन ने लिया है और इसकी लिखित जानकारी जिला प्रशासन को दी गई है।
क्यों लिया गया यह फैसला?
छत्तीसगढ़ पेट्रोलियम डीलर एसोसिएशन के अध्यक्ष अखिल धगत ने बताया कि राजधानी में लगातार बढ़ रहे सड़क हादसों और मौतों को देखते हुए यह निर्णय लिया गया है। उन्होंने कहा कि यह कदम केवल नियम लागू करने के लिए नहीं, बल्कि लोगों को हेलमेट और सीट बेल्ट की अहमियत समझाने के लिए है।
उन्होंने बताया कि इस फैसले को लागू करने से पहले इसकी जानकारी डेप्युटी सीएम अरुण साव और रायपुर कलेक्टर डॉ. गौरव कुमार सिंह को भी दे दी गई है।
सड़क हादसों के चौंकाने वाले आंकड़े
रायपुर पुलिस विभाग के अनुसार, बीते सात महीनों में 214 लोगों की मौत केवल हेलमेट नहीं पहनने की वजह से हुई है। वहीं, 150 से अधिक लोग गंभीर रूप से घायल हुए हैं।
चार पहिया वाहनों में सीट बेल्ट न लगाने से भी 20 से ज्यादा लोगों ने जान गंवाई है। ये आंकड़े सड़क सुरक्षा की सच्चाई को सामने रखते हैं और बताते हैं कि छोटी सी लापरवाही कितनी बड़ी कीमत वसूल सकती है।
पुलिस और प्रशासन की तैयारी
पुलिस विभाग ने साफ कर दिया है कि अगर कोई व्यक्ति पेट्रोल पंप पर बिना हेलमेट पेट्रोल देने को लेकर विवाद करता है या कर्मचारियों से दुर्व्यवहार करता है, तो उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई होगी।
प्रशासन का कहना है कि यह कदम न केवल हादसों को रोकने में मदद करेगा, बल्कि लोगों में सड़क सुरक्षा को लेकर जिम्मेदारी भी बढ़ाएगा।
लोगों से अपील
प्रशासन और पेट्रोलियम डीलर एसोसिएशन ने रायपुरवासियों से अपील की है कि वे अपनी और अपने परिवार की सुरक्षा के लिए गाड़ी चलाते समय हेलमेट और सीट बेल्ट का प्रयोग जरूर करें।
यह नियम सिर्फ जुर्माने या रोक-टोक के लिए नहीं, बल्कि जिंदगी बचाने के लिए है।
पड़ोसी राज्यों से सीख
गौरतलब है कि पड़ोसी राज्य मध्य प्रदेश में पहले ही “नो हेलमेट, नो पेट्रोल” अभियान लागू किया जा चुका है। रायपुर में भी इस पहल को अब एक सामाजिक अभियान की तरह देखा जा रहा है।
