रायपुर, 28 अगस्त 2025।
बस्तर संभाग में आई बाढ़ ने सैकड़ों परिवारों को संकट में डाल दिया है। घर डूब गए, सड़कें कट गईं और रोजमर्रा की जिंदगी अस्त-व्यस्त हो गई। ऐसे कठिन समय में मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने आश्वासन दिया है कि हर प्रभावित परिवार तक सरकार की मदद अवश्य पहुँचेगी।
मुख्यमंत्री ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से बस्तर, दंतेवाड़ा, बीजापुर और सुकमा जिलों के कलेक्टरों तथा वरिष्ठ अधिकारियों से स्थिति की समीक्षा की। उन्होंने कहा— “लोगों को यह महसूस होना चाहिए कि संकट की इस घड़ी में प्रशासन उनके साथ मजबूती से खड़ा है।”
बैठक में निर्देश दिया गया कि बाढ़ से प्रभावित परिवारों को राहत राशि तुरंत उपलब्ध कराई जाए। जिनके घर क्षतिग्रस्त हुए हैं, उन्हें तिरपाल, बाँस-बल्ली और आर्थिक मदद तुरंत मिले। मुख्यमंत्री ने साफ कहा कि गाँवों तक सड़क संपर्क बहाल करना, बिजली आपूर्ति दुरुस्त करना और पुल-पुलियों की मरम्मत युद्धस्तर पर होनी चाहिए।
मुख्यमंत्री ने सभी प्रभारी सचिवों को प्रभावित जिलों का दौरा कर राहत कार्यों की निगरानी करने के लिए कहा। साथ ही, शिविरों में भोजन, कपड़े, सूखा राशन, स्वास्थ्य सेवाएँ और शुद्ध पेयजल की व्यवस्था सुनिश्चित करने का निर्देश दिया गया।
राजस्व सचिव रीना बाबासाहेब कंगाले ने बताया कि अतिरिक्त राशन का आवंटन पहले ही कर दिया गया है और सामग्री गाँव-गाँव पहुँचाई जा रही है। कलेक्टरों ने जानकारी दी कि अब अधिकांश क्षेत्रों में पानी उतरने लगा है और हालात धीरे-धीरे सामान्य हो रहे हैं।
बैठक में मुख्य सचिव अमिताभ जैन, मुख्यमंत्री के प्रमुख सचिव सुबोध सिंह, लोक निर्माण विभाग के सचिव कमलप्रीत सिंह, बस्तर आयुक्त डोमन सिंह और पुलिस महानिरीक्षक पी. सुन्दरराज उपस्थित थे।
बस्तर के गाँवों में अब उम्मीद की किरण दिख रही है, लेकिन राहत और पुनर्वास का यह अभियान आने वाले दिनों तक जारी रहेगा।
