शिमल, 26 अगस्त 2025। हिमाचल प्रदेश के ऊना ज़िले के श्री जवाहर नवोदय विद्यालय में आयोजित राष्ट्रीय अंतरिक्ष दिवस कार्यक्रम में बीजेपी सांसद और पूर्व केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर का बयान विवादों में आ गया है।
कार्यक्रम में बच्चों से बातचीत के दौरान अनुराग ठाकुर ने पूछा – “अंतरिक्ष में सबसे पहले जाने वाला व्यक्ति कौन था?” बच्चों ने उत्तर दिया – “नील आर्मस्ट्रांग।” इस पर ठाकुर ने कहा – “मुझे लगता है, सबसे पहले हनुमान जी अंतरिक्ष में गए थे।”
उनका यह बयान सोशल मीडिया पर वायरल होते ही विपक्ष ने उन पर हमला बोल दिया। डीएमके सांसद कनिमोझी ने कहा – “विज्ञान मिथक नहीं है। कक्षाओं में बच्चों को गलत जानकारी देना हमारे संविधान में लिखे वैज्ञानिक सोच का अपमान है।”
अनुराग ठाकुर ने हालांकि इस मौके पर भारत की अंतरिक्ष उपलब्धियों पर भी प्रकाश डाला। उन्होंने कहा कि भारत ने 2023 में चंद्रयान-3 की सफलता से इतिहास रचा है। उन्होंने बताया कि देश का लक्ष्य 2035 तक अपना स्पेस स्टेशन बनाने और 2040 तक चांद पर मानव मिशन भेजने का है।
ठाकुर ने बच्चों को प्रेरित करते हुए कहा कि “हमें सिर्फ वही नहीं पढ़ना चाहिए जो अंग्रेज़ों ने किताबों में लिखा, बल्कि हमारे वेदों और ज्ञान ग्रंथों से भी सीख लेनी चाहिए।”
अब यह बयान राजनीतिक बहस का कारण बन गया है। जहां बीजेपी समर्थक इसे भारतीय परंपरा और गौरव से जोड़कर देख रहे हैं, वहीं विपक्ष इसे वैज्ञानिक सोच के साथ खिलवाड़ बता रहा है।
