कवर्धा, 23 अगस्त 2025: जिले के लोहारा ब्लॉक के रक्से गांव में शनिवार को प्रशासनिक कार्रवाई ने विवाद खड़ा कर दिया। प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत निर्माणाधीन दो मकानों को प्रशासन ने ध्वस्त कर दिया। इस दौरान तहसीलदार, पुलिस बल और जनपद पंचायत के सीईओ मौके पर मौजूद रहे।
ग्रामीणों का आरोप:
पीड़ित परिवारों का कहना है कि उन्हें कोई नोटिस नहीं दिया गया और अपनी बात रखने का मौका भी नहीं मिला। उन्होंने पुलिस पर मारपीट और सात मोबाइल छीनने का गंभीर आरोप लगाया। परिवारों के अनुसार मकान प्रधानमंत्री आवास योजना के अंतर्गत स्वीकृत थे और निर्माण के लिए दो किस्तों की राशि भी जारी की जा चुकी थी।
आंगनबाड़ी की जमीन पर कब्जा:
प्रशासन का कहना है कि यह मकान आंगनबाड़ी केंद्र की जमीन पर बनाए जा रहे थे। ग्राम पंचायत स्तर की जांच में पाया गया कि यह जमीन निजी निर्माण के लिए अनुमति योग्य नहीं थी। इसके बाद अधिकारियों ने निर्माण को अवैध मानते हुए ध्वस्तीकरण की कार्रवाई की।
मौके पर तनाव:
कार्रवाई के दौरान गांव में भारी पुलिस बल तैनात था। बुलडोजर चलने के बाद ग्रामीणों में नाराजगी फैली और तनाव का माहौल बन गया। ग्रामीणों ने कहा कि प्रधानमंत्री आवास योजना गरीबों को छत देने के लिए है, लेकिन प्रशासन ने बिना सुनवाई गरीबों का आशियाना तोड़ दिया।
प्रशासन की दलील:
तहसीलदार और जनपद सीईओ ने बताया कि जांच में पाया गया कि मकान निर्माण के लिए चयनित जमीन आंगनबाड़ी केंद्र की है, इसलिए ध्वस्तीकरण की कार्रवाई की गई। उन्होंने कहा कि इस जमीन पर किसी भी प्रकार का निजी निर्माण अनुमति योग्य नहीं है।
