रायपुर में आदिवासी स्वास्थ्य परंपरा एवं औषधि पादप बोर्ड की नवमी बैठक, औषधीय योजनाओं को गति देने पर जोर

रायपुर, 23 अगस्त 2025 —
छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर में आयोजित छत्तीसगढ़ आदिवासी स्थानीय स्वास्थ्य परंपरा एवं औषधि पादप बोर्ड की नवमी बैठक में परंपरागत चिकित्सा और औषधीय पौधों को बढ़ावा देने पर विशेष जोर दिया गया। बैठक बोर्ड के सभागार में बोर्ड अध्यक्ष विकास मरकाम की अध्यक्षता में संपन्न हुई।

बैठक में वनबल प्रमुख व्ही. श्रीनिवास राव, राज्य वन अनुसंधान एवं प्रशिक्षण संस्थान के निदेशक तपेश झा, छत्तीसगढ़ राज्य लघु वनोपज संघ के प्रबंध संचालक अनिल कुमार साहू, एफ.आर.एल.एच.टी. बैंगलोर की स्टेट इंचार्ज कंचन बंजारे सहित वन, आयुष, उद्योग और कृषि विभाग के वरिष्ठ अधिकारी मौजूद रहे।

बैठक में बोर्ड द्वारा संचालित कार्यक्रमों की समीक्षा की गई। इसमें औषधीय पौधों की योजना, स्कूल एवं होम हर्बल गार्डन, ईको-टूरिज्म, पारंपरिक वैद्यों का प्रशिक्षण, ग्रामीणों के लिए जागरूकता कार्यक्रम और सामूहिक प्रशिक्षण जैसे विषयों पर गहन चर्चा हुई।

अध्यक्ष विकास मरकाम ने कहा कि मुख्यमंत्री विष्णु देव साय और वन एवं जलवायु परिवर्तन मंत्री केदार कश्यप के मार्गदर्शन में बोर्ड की गतिविधियों को और गति दी जाएगी। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिए कि योजनाओं को समयबद्ध और प्रभावी ढंग से लागू किया जाए, ताकि ग्रामीण और आदिवासी समाज को सीधा लाभ मिल सके।

बैठक में यह भी तय किया गया कि बोर्ड छोटे वनोपज संघों के साथ मिलकर कच्चे औषधीय उत्पादों के विपणन की दिशा में काम करेगा। इससे स्थानीय स्तर पर रोजगार बढ़ेगा और पारंपरिक ज्ञान को संरक्षित करने में भी मदद मिलेगी।