वॉशिंगटन, 14 अगस्त 2025।
यूक्रेन में शांति बहाल करने के लिए अलास्का में होने वाली अहम बैठक से पहले अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन को कड़े शब्दों में चेतावनी दी है। ट्रंप ने साफ कहा कि अगर पुतिन ने शांति पर सहमति नहीं दी, तो “बहुत गंभीर परिणाम” भुगतने होंगे। हालांकि, उन्होंने इन परिणामों का खुलासा नहीं किया।
ट्रंप ने बताया कि 15 अगस्त को पुतिन के साथ होने वाली मुलाकात का मकसद “शांति की दिशा में पहला कदम” रखना है। अगर यह बैठक सफल रहती है, तो वह जल्द ही पुतिन और यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोडिमिर ज़ेलेंस्की के साथ त्रिपक्षीय वार्ता आयोजित करेंगे।
पत्रकारों से बातचीत में ट्रंप ने कहा, “अगर पहली बैठक ठीक रहती है, तो हम तुरंत दूसरी बैठक करेंगे, जिसमें पुतिन और ज़ेलेंस्की के साथ मैं भी रहूंगा। यह वार्ता तेज़ी से आगे बढ़ेगी।”
रूसी विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अलेक्सी फदीव ने दोहराया कि मॉस्को का रुख पिछले वर्ष जैसा ही है। पुतिन ने युद्धविराम के लिए चार विवादित क्षेत्रों से यूक्रेनी सेना की वापसी और नाटो में शामिल होने की योजना छोड़ने की शर्त रखी है।
फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों ने कहा कि ट्रंप का रुख स्पष्ट है और अमेरिका इस शिखर बैठक में युद्धविराम चाहता है। ट्रंप ने यह भी संकेत दिए कि किसी भी बड़े समझौते में “भूमि विनिमय” भी एक संभावना हो सकती है।
अब सबकी निगाहें 15 अगस्त की अलास्का वार्ता पर टिकी हैं, जहां यह तय होगा कि युद्ध की आग ठंडी होगी या हालात और गरमाएंगे।
